सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही नगर परिषद के बाहर मंगलवार को कांग्रेस पार्षदों का धरना रखा। इस धरने में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधायक संयम लोढा मौजूद थे। लोढा ने सिरोही नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नाम लिए बिना स्थानीय विधायक की ओर इशारा करते हुए कहा कांग्रेस बोर्ड के समय सीसीटीवी कैमरा और अन्य घोटालों पर बढचढकर बोलने वाले आज अपने ही भाजपा बोर्ड के भ्रष्टाचार पर चुप हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने सिरोही नगर परिषद में खुद भी लापी खाओ और मुझे भी लापी खिलाओ की परम्परा का पालन शुरू कर दिया है।
लोढा ने कहा कि किसी भी दल का भ्रष्टाचारी हो उस पर कार्रवाई करवानी चाहिए सरकार को। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष गलत काम करने को उकसाता है सिरोही के भाजपाई उस पार्टी के नेता और नीतियों का अनुसरण करते हैं। लोढा ने आरोप लगाया कि यह लोग कालका तालाब की नहरों को खा गए।
अनियमित निर्माणों की बाढ आ गई। राजीव नगर आवासीय योजना में जरूरतमंद और गरीबों को प्लाॅट देने की बजाय उसे रईसों को नीलाम कर रहे हैं जबकि यह काॅलोनी गरीब व अल्प आयवर्ग वाले लोगों को आवासीय सुविधाएं देने को बनी थी। लोढा ने सिरोही नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर नहीं करने और आमजन के हित मंे कांग्रेस की मांगों का 15 दिन में निस्तारण नहीं करने पर सिरोही नगर परिषद के बाहर जिला स्तरीय विशाल धरने की चेतावनी भी दी।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि किसी भी सामाजिक मुद्दे पर रैली निकालना अच्छी बात है, लेकिन अपने हक के लिए भी लडना सीखे। उन्होंने कहा कि सिरोही नगर परिषद में फर्जीवाडे से हुई दस नियुक्तिां, योग्य युवाओं को हक से वंचित करना और उनके हितो पर कुठाराघात करना। इस मामले में राज्य सरकार अपराधियो को बचाने के लिए जांच को लम्बा कर रही है, लेकिन अपराधी बचेंगे नहीं। पूरे जिले में भ्रष्टाचार फलता फूलता रहे इसके लिए सिरोही के भ्रष्टाचार विभाग से सारे अधिकारी हटा दिए गए हंै।
लोढा ने कहा कि सामान्य आदमी को तो निर्माण के लिए बजरी मिल नहीं रही है, लेकिन भाजपा के लोग साठ गांठ कर खनन कर रहे है। उदयपुर तक एवं पाली तक बजरी सिरोही जिले से भाजपा के खनन माफियो द्वारा ले जाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अपने छोटे छोटे कामों के लिए भी लोग धक्का खा रहे है। लोढा ने कहा कि पिंडवाडा से बागरा रेल सर्वे का कार्य 2015 में हो चुका है, लेकिन भारत सरकार पहले साल के खर्च के लिए 80 करोड का बजट जारी नहीं कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, सांसद देवजी पटेल से अपील की कि जनवरी 2018 में पेष किए जाने वाले भारत सरकार के बजट में सिरोही को रेल से जोडने हेतु धनराषि स्वीकृत करवाए।
उन्होंने कहा कि गुजरात व राजस्थान के मध्य हुए नर्मदा जल समझौते में सिरोही का नाम नहीं होने के बावजूद भाजपा ने सुराज संकल्प यात्रा में मुख्यमंत्री वसुंधरा के मंुह से जावाल की सभा एवं प्रधानमंत्री पद के प्रत्याषी नरेन्द्र मोदी के मुंह से सुमेरपुर की सभा में सिरोही जिले को नर्मदा का पानी दिलवाने का वायदा किया, अब भाजपा सरकार आखरी साल में इस वायदे को पूरा करे।
धरने को संबोधित करते हुए विधानसभा युवा अध्यक्ष जगदीष माली ने कहा कि नगर परिशद सिरोही में भ्रश्टाचार चरम पर है। धरने को सुजानसिंह, मिश्रीमल जटिया, पूरण कंवर, हेमलता षर्मा, प्रताप माली, जैसाराम माली, पार्शद मारूफ हुसैन, पिंकी रावल, गोपीलाल, महेन्द्र मेवाडा, प्रकाष मीणा, दषरथ नरूका, कालुराम माली, जितेन्द्र ऐरन, मोतीसिंह देवडा, भगवतसिंह देवडा, प्रतिपक्ष नेता आबूरोड नरगीस कामयाखानी, षिवगंज अब्बास अली, सिरोही ईष्वरसिंह डाबी आदि ने भी संबोधित किया।
धरने में बागसीन सरपंच पूरणसिंह देवडा, मीनू सैनी, षिवषंकर षर्मा, सत्येन मीणा, बाबूखान, विनोद देवडा, कांति परिहार, संजय परमार, राजेन्द्र माली, अंकुर रावल, राजेन्द्रसिंह जाखोडा, मोहन मेघवाल, जैसाराम मेघवाल, सुरेष राव, गोविंद सिंह, महावीरसिंह, प्रवीणसिंह, नोटीसिंह, महेन्द्र गहलोत, निम्बाराम गरासिया, दीपक गहलोत, दीपक सैनी सहित सैकडों नगरवासी एवं कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे। इससे पहले धरना स्थल पर नगर परिशद में व्याप्त भ्रश्टाचार व आमजन की समस्याओं के निराकरण नहीं होने के विरूद्ध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।
-पहली बार सार्वजनिक की कालका तालाब के पानी की जांच रिपोर्ट
पूर्व विधायक संयम लोढा ने इस धरने के दौरान सिरोही में अतिवृष्टि के दौरान सिरोहीवासियों को कालका तालाब का गंदा पानी पिलाने की निंदा की। उन्होंने पहली बार इस मामले की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की। लोढा ने बताया कि इस रिपोर्ट में प्रशासन ने लीपापोती करने की कोशिश की, लेकिन सिरोही सीएमएचओ का पत्र यह बात कह रहा है कालका तालाब का पानी पीने योग्य नहीं था।
सिरोही शहर के लोगों को गंदा पानी पिलाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी उन्होंने इस मंच से उठाई। उन्होंनेे इस मामले में अपनी बात रखने गए भाजपा सिरोही मंडल के अध्यक्ष के खिलाफ राजकार्य का बाधा का मामला दर्ज करने की निंदा करते हुए कहा कि हमारी प्रतिद्वंद्वी पार्टी का होना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना महत्वपूर्ण वह मुद्दा था।
उन्होंने कहा कि जनता के हित में मांग करे गए भाजपा के नगर अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने अन्याय किया हैं। उन्होंने इसी मुद्दे के सहारे सिरोही जिले में पुलिस की अकर्मण्यता के कई आरोप लगाए।
लोढा ने कहा कि सिरोही का जिला प्रषासन पूरी चतुराई के साथ गंदे पेयजल आपूर्ति के मामले में जांच रिपोर्ट तैयार करने के बाद भी इस सत्य का गला नहीं घोट पाया कि सिरोही की जनता को जो पानी पिलाया गया वो पीने योग्य नहीं था।
लोढा ने सभा में सिरोही के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पत्र व रिपोर्ट पढकर लोगों को बताया कि पानी पीने योग्य नहीं था, उन्होंने मांग की लोगों के स्वास्थ्य के साथ खेलने वाले अधिकारियों के खिलाफ सरकार तत्काल कार्यवाही करे। लोढा ने कहा कि सिरोही जिले में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
लोढा का दावा आयुक्त ने भी 1218 के पट्टे को अवैध माना
धरने के दौरान ही सिरोही नगर परिषद आयुक्त प्रहलाद सहाय वर्मा पहुंचे। संयम लोढा ने उनसे बिंदुवार सिरोही नगर परिषद से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की। लोढा ने आयुक्त से चर्चा के बाद बताया कि राजीव नगर आवास योजना के आवेदकों की फरवरी के पहले सप्ताह में लाॅटरी निकाली जाएगी।
नगर परिषद के आयुक्त प्रहलाद राय वर्मा से धरना स्थल पर वार्ता कर पूर्व विधायक संयम लोढा द्वारा यह घोशणा की गई। वार्ता में परिशद ने इस बात पर सहमति व्यक्त की। नगर परिशद द्वारा राजस्व भूमि खसरा संख्या 1218 पर पट्टे गलत जारी किए गए, लेकिन पट्टो को निरस्त करने का अधिकार राज्य सरकार को है।
वर्मा ने बताया कि उक्त भूमि सिरोही जिला कलेक्टर के खाते में दर्ज है। अतः राजस्व न्यायालय को इस पर कार्यवाही करनी चाहिए। इस प्रकरण में तहसीलदार सिरोही पूर्व में आदेष जारी कर चुके है, उसकी पालना उन्हें ही करवानी है। जिला न्यायालय में भी यह प्रकरण विचाराधीन है, जिसके लिए भी राजस्व विभाग के अधिकारी न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए। भ्रश्टाचार निरोधक विभाग में प्रकरण की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है और कार्यवाही जयपुर के स्तर पर विचाराधीन है।
आयुक्त ने भरोसा दिलाया कि नगर पालिका अधिनियम एवं नियमों में प्रावधान के अनुरूप हर पार्शद किसी भी पत्रावली का अवलोकन कर सकेगा। पार्शदांे के अधिकारों की पालना वे सुनिष्चित करेंगे। सूचना के अधिकार में नागरिकों को कई कई महीनों तक दस्तावेजों की प्रतिया न मिलने और सूचना न देने के मामले में लोढा ने गहरी नाराजगी प्रकट की, इस पर आयुक्त ने कहा कि सूचना के अधिकार में एक बाबू की ड्यूटी लगाएंगे और तीस दिन में मांगी गई सूचना देना सुनिष्चित करेंगे।
कांग्रेस की ओर से उन्हें 25 वार्ड की समस्या का ज्ञापन दिया गया, जिसमें 275 समस्याए उन्हें लिखित में दी गई। उन्होंने प्रत्येक का मौका देखकर पंद्रह दिन के भीतर की गई कार्यवाही से अवगत करवाने का भरोसा दिया। इसके बाद आए हुए नागरिकों के लिए भी आयुक्त से चर्चा की गई। अतिवृश्टि में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति, बीपीएल के नाम जुडवाने, षौचालय व आवास, पट्टे, निर्माण, पेंषन के मामलों में नरेष रावल से हो रही चर्चा के दौरान यह सामाने आया कि पार्किंग के मामले में कार्यवाही में नगर परिशद भेदभाव कर रही है।