सबगुरु न्यूज-सिरोही। अतिवृष्टि के बाद सिरोही शहर में कालका तालाब का मलमूत्र वाला पानी पिलाने के मामले की जांच रिपोर्ट पूर्व विधायक संयम लोढा ने मंगलवार को धरने के दौरान सार्वजनिक की। इस रिपोर्ट में अंतिम निष्कर्ष कुछ भी नहीं दिया गया, लेकिन इसमें दो महत्वपूर्ण बिंदु स्वीकार किए गए हैं, जिसका विरोध सिरोहीवासी कर रहे थे।
रिपोर्ट में माना गया कि कालका तालाब में तीन चार होटलों का मलमूत्र जाता है और सीएमएचओ ने अपने पत्र में प्रथमदृष्टया इसे पीने योग्य नहीं माना। स्थानीय लोगों का विरोध इसी बात का था कि उन्हें कालका तालाब वाले मलमूत्र का पानी पिलाया जा रहा है, भले ही उसकी तकनीकी रिपोर्ट कुछ भी हो।
पूर्व विधायक संयम लोढा ने मंगलवार को सिरोही शहर के आठ वार्ड के लोगों को कालका तालाब का कथित गंदा पानी पिलाने के विवाद के बाद बनाई जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की। रिपोर्ट में पीएचईडी के अधिकारियों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि कालका तालाब में किसी भी जगह का मलमूत्र आदि का पानी शामिल होने नहीं होता।
पीएचईडी के इस झूठी की पोल रिपोर्ट में खोली गई। इसमें बताया गया कि कालका तालाब में झोब और बूझ नाले से पानी आता है। इन नालों में होटल बाबा रामदेव, नटराज व सांई लक्ष्मी व टांकरिया बस्ती का गंदा पानी, मल व अपशिष्ट जाता है। इसके अलावा कालाका तालाब के चारों ओर खुले में शौच जाने के कारण भी गंदगी इसमें जाती है।
रिपोर्ट में भले ही पीएचईडी द्वारा सिरोही के वार्ड संख्या 10, 11, 12, 13, 14, 15 व 17 वाले पानी को पीएचईडी की तथा जोधपुर की लैब की रिपोर्ट के अनुसार पीने योग्य माना गया हो, लेकिन इस रिपोर्ट में सिरोही सीएमएचओ के पत्र का हवाला देते हुए बताया गया है कि सीएमएचओ ने इस पत्र में कालका तालाब का पानी एकत्रित करते हुए इस पानी को पीने योग्य नहीं माना।
दरअसल, सिरोही वासियों का विरोध पानी के रासायनिक और वैज्ञानिक रूप से पीने और नहीं पीने योग्य होने का नहीं था। उनका विरोध इस बात का था कि देखते हुए वह मक्खी नहीं निगल सकते और प्रशासन ने वही मक्खी उनके हलक के नीचे उतारी। प्रभावित वार्ड के लोगों का कहना था कि कालका तालाब में मल-मूत्र मिलता है और वह पीने योग्य नहीं है, जबकि प्रशासन ने उन्हें यह जानते हुए भी वह पानी पिलाया जिसमंे आसपास का मलमूत्र व अपशिष्ट मिलता है।
ये था मामला…
https://www.sabguru.com/18-22/muddy-water-supplied-in-sirohi-woman-sloganeering/