अजमेर। अजमेर संसदीय उपचुनाव को लेकर जातिगत वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा ने कवायद शुरू कर दी है। भाजपा से खफा बताए जा रहे राजपूत और रावणा राजपूत समाज को भाजपा का हितैषी बताते हुए बुधवार को राजस्थान वेयर हाउसिंग कॉरपरेशन के चेयरमैन एवं रावणा राजपूत समाज के संरक्षक जर्नादन सिंह गहलोत ने कहा है कि हमेशा की तरह समाज का समर्थन मिलेगा।
उन्होंने भरोसा जताया कि रावणा राजपूत समाज के अधिकांश सदस्य राज्य के तीनों उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे। गहलोत ने बुधवार को अजमेर संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी रामस्वरूप लांबा के समर्थन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि समाज की प्रमुख मांग हमारी सरकार ने मानी है।
आनंदपाल प्रकरण में समाज द्वारा प्रस्तुत सभी मामलों में सीबीआई जांच की मांग तानी जा चुकी है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रावणा राजपूत समाज के शिष्ट मंडल को आश्वस्त किया है कि समाज के किसी भी निर्दोंष व्यक्ति पर मुकदमा नहीं चलाया जाएगा।
गहलोत ने कहा कि एक बार प्रथम सूचना दर्ज होने के बाद राज्य सरकार उसे निरस्त नहीं कर सकती है। अनुसंधान के पश्चात यदि आरोप आधारहीन हैं तो अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है और आरोप सही होने पर न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत होता है।
राज्य सरकार न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत होने से पहले मुकदमा वापस लेने की कानूनन कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है। न्यायालय में चालान पेश होने की स्थिति में ही सरकार दखल कर सकती है। परंतु इस प्रकरण में अभी न्यायालय में कोई आरोप पत्र विचाराधीन नहीं है।
गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री राजे ने रावणा राजपूत समाज की उस मांग को भी स्वीकार कर लिया है जिसके तहत प्रदेश में रावणा राजपूत समाज के व्यक्ति के आगे जाति के कॉलम में रावणा राजपूत ही लिखा जाएगा।
मुख्यमंत्री राजे ने दिल्ली के त्रिमूर्ति सर्किल पर लगी रावणा राजपूत समाज के सपूत अमर शहीद दलपतसिंह की वीरता का इतिहास राजस्थान के पाठयक्रम में पढाने पर भी सहमति प्रकट की है। प्रेसवार्ता धरोहर प्रोन्नित प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत, राज्यमंत्री कमसा मेघवाल, अनिल नरवाल सहित अन्य भाजपा नेता थे।
वाल्मीकि समाज का सबसे अधिक अहित कांग्रेस ने किया : गोपाल पचरेलवाल
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गोपाल पाचेरलवाल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वाल्मीकि समाज के लोगों को केवल वोट बैंक समझा। वहीं भाजपा ने वाल्मीकि समाज के लोगों को सत्ता और संगठन में प्रमुखता से स्थान दिया। कांग्रेस ने वाल्मीकि समाज का जितना अहित किया है उतना किसी और ने नहीं किया है।
परचेलवाल बुधवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता कर रहे थे। पचरेलवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता अशोक गहलोत की सरकार के समय सफाईकर्मियों के लिए बने सेवा नियम वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ सबसे बडा धोखा था। इन नियमों के तहत सफाई कर्मियों को जीवन भर के कार्यकाल में पदोन्नित नहीं मिल सकती थी और न ही उनकी कोई सुरक्षा थी। यहां तक कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें मेडिकल डायरी भी नहीं मिल सकती थी।
भाजपा शासन में हुए विकास से बदली अजमेर जिले की तस्वीर : रामस्वरूप लांबा
भाजपा ने इन इन सेवा नियमों में संशोधन कर सफाई कर्मियों को उनका हक दिलाने का कदम उठाया तो कांग्रेस सफाई कर्मचारी संघ उसके खिलाफ कोर्ट में चला गया। जिसके चलते वसुंधरा सरकार सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं हो सकी। अब जल्दी ही राजस्थान में 21 हजार सफाई कर्मियों की भर्ती होगी। सफाई कर्मियों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें मेडिकल डायरी का भी लाभ मिलेगा।
पचरेलवाल ने कहा कि वसुंधरा सरकार ने वाल्मीकि समाज की भावनाओं के अनुसार समाज के धर्मगुरू नवलजी महाराज का भव्य स्मारक भी बनाने की सहमति दी है। सफाई कर्मचारी आयोग की ओर से सफाई कर्मियों की सुरक्षा के लिए कडे कदम उठाए जा रहे है। सफाई कर्मियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे है। इसके लिए सेवा नियमोें में बदलाव किए गए है। पचरेवाल ने कहा कि वाल्मिकी समाज की बस्तियों में विकास के लिए बडे स्तर पर काम कराए जा रहे है। सीसी सीमेंट सडकों के साथ, रोशनी और नालियों का प्रबंध किया जा रहा है।