रायगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 16,000 करोड़ रुपए के नवी मुंबई इंटरनेशनल हवाईअड्डे की आधारशिला रखी और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट पर देश के पहले कंटेनर टर्मिनल का उद्घाटन किया। यह टर्मिनल 4,719 करोड़ रुपए की लागत से बना है।
मोदी ने आधारशिला रखी और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीवी राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अशोक गजपति राजू व रामदास अठावले व राज्य मंत्रियों की मौजूदगी में इलेक्ट्रॉनिक रूप से उद्घाटन किया।
देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा दूसरा अंतरराष्ट्रीय उड्डयन केंद्र होगा। वर्तमान में छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सेवाएं दी जाती हैं, जो अपनी क्षमता की अधिकतम स्थिति पर काम कर है।
नए हवाईअड्डे का निर्माण जीवीके पॉवर व इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (जीवीकेपीआईएल) द्वारा सिटी व इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सीआईडीसीओ) के साथ 8 जनवरी को हस्ताक्षर किए गए समझौते के अनुसार किया जाएगा। सीआईडीसीओ महाराष्ट्र की नोडल ऑथारिटी है जो महाराष्ट्र के परियोजना के क्रियान्वयन को देखती है।
इस समझौते के तहत नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा प्राइवेट लिमिटेड (एनएमआईएएल) का गठन किया गया है, जिसमें जीवीकेपीआईएल की आनुषांगिक मुंबई इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के पास 74 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि बाकी की सीआईडीसीओ के पास है।
महाराष्ट्र के इस जिले में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के चौथे कंटेनर टर्मिनल (एफसीटी) के प्रथम चरण को रिकॉर्ड समय में 4,719 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है।
मोदी ने अक्टूबर 2015 में इस टर्मिनल की आधारशिला रखी थी, जिससे जेएनपीटी के वर्तमान कंटेनर को संभालने की क्षमता दोगुनी हो जाएगी। एफसीटी पहले चरण में हर साल 24 लाख कंटेनर की क्षमता जोड़ेगा और दूसरे चरण के 2022 में पूरा होने पर क्षमता चार गुनी होकर 100 लाख कंटेनर प्रति साल हो जाएगी।