धर्मशाला। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने बताया है कि तिब्बत के ल्हासा में जोखांग मठ में आग नहीं लगी थी जिसमें पवित्र जोवो-बुद्ध शाक्यमुई प्रतिमाएं हैं बल्कि आग जोखांग मठ परिसर में स्थित एक अन्य भवन में लगी थी।
सीटीए की वेबसाइट के अनुसार ज्ञात सूत्रों ने सीटीए को बताया है कि आग जोवो मठ में नहीं लगी बल्कि जोखांग मंदिर परिसर के भीतर के एक अन्य मठ में लगी जिसे तिब्बती में त्सुग्लाग्खंग के रूप में जाना जाता है।
यह बताया गया है कि शनिवार को लगी आग को बुझा दिया गया और इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। संपत्ति के नुकसान की फिलहाल जानकारी नहीं है।
वर्तमान में छह दिनों के आधिकारिक दौरे पर जापान पहुंचे सीटीए के अध्यक्ष लोबसांग संगेय ने तिब्बतियों को बड़ी सार्वजनिक सभाओं विशेष रूप से नए साल लोसर के उत्सव के मौके पर सतर्क रहने के लिए चेताया है।
सीटीए के धर्म व सांस्कृतिक मंत्री कर्मा जेलेक यूथोक ने एक बयान में कहा कि मैं फिलहाल आग की वजह के सामने न आ जाने तक ज्यादा टिप्पणी नहीं कर सकता हूं लेकिन जोखांग मंदिर परिसर में यह दुर्घटनाएं परेशान करने वाली हैं जो तिब्बत के सबसे पवित्र स्थलों में से एक और यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है।