बेंगलुरु। कर्नाटक कांग्रेस विधायक एनए हारिस के बेटे व राज्य युवक कांग्रेस से निष्कासित नेता मोहम्मद नलापद ने आत्मसमर्पण कर दिया है। नलापद ने हमले को लेकर उनके खिलाफ रविवार को एक मामला दर्ज किए जाने के बाद आत्मसमर्पण किया है।
पुलिस उप निरीक्षक के सुरेश ने कहा कि नलापद ने हमारे क्युबन पार्क पुलिस थाने में आत्मसमर्पण किया, जहां उनके खिलाफ कथित रूप से हमला करने व शनिवार की रात एक युवक को गंभीर रूप से कैब में घायल करने का मामला दर्ज किया गया है।
बीते 36 घंटों से नलापद बारे में जानकारी नहीं थी। वह अपने वकील के साथ शहर के मध्य स्थित पुलिस स्टेशन पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराया। बाद में अदालत के समक्ष प्रस्तुत किए जाने पर उन्होंने जमानत की मांग की।
सुरेश ने कहा कि हमने उनका बयान दर्ज किया और अदालत के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए उनका बॉयोमेट्रिक लिया और मामले की जांच के लिए उनकी हिरासत की मांग की। पीड़ित (विद्वत) की गंभीर चोटों व रक्त बहने के मद्देनजर हमने प्राथमिकी में हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने रविवार को नलापद (24) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। हमले की शिकायत दर्ज होने के बाद उन्हें राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
नलापद व उनके दोस्तों ने यूबी सिटी माल में फेर्जी कैफे में किसी मुद्दे को लेकर बहस के बाद कथित तौर पर विद्वत (24) की पिटाई कर दी थी।
सर्किल इंस्पेक्टर विजय हदगल्ली ने कहा कि विद्वत अपने दोस्त प्रवीण के साथ खाना खा रहा था जब नलापद ने उसके फ्रैक्चर हुए पैर को कुर्सी पर रखने को लेकर आपत्ति जताई। विद्वत ने नलापद से अपने काम से मतलब रखने की बात कही। इससे बगल की मेज पर बैठे नलापद ने नाराज होकर अपने दोस्तों के साथ उसकी पिटाई कर दी।
शहर के पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने पहले हदगल्ली को नलापद के खिलाफ मामला नहीं दर्ज करने और उसका पता लगाने में विफल रहने को लेकर निलंबित कर दिया था।
हारिस शहर मध्य के शांतिनगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा था कि घटना को लेकर उन्होंने अपने बेटे को डांट लगाई थी। इसके बाद उन्हें नहीं पता कि रविवार से वह कहां है। उन्होंने कहा कि बेटे के दोस्तों के जरिए उन्होंने उस तक संदेश पहुंचाया कि वह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे।
मामले को लेकर पुलिस थाने पर भाजपा व जनता दल सेक्युलर व आम आदमी पार्टी के 500 कार्यकर्ताओं की कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से झड़प हुई। पुलिस को इन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजनी पड़ी।
इस बीच, राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जी. परमेश्वरा ने विद्वत का हाल पूछा और उन्हें आश्वस्त किया कि उनके इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।