नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गुरुवार को रोटोमैक पेन कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल को बैंकों को 3,695 करोड़ रुपए (ब्याज के साथ) की चपत लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोप है कि कोठारी ने गेहूं की खरीद व अन्य वस्तुओं का निर्यात करने के नाम पर अपनी कंपनी के लिए गलत तरीके से बैंकों से कर्ज मंजूर करवाए।
दक्षिण दिल्ली के लोधी रोड इलाके में स्थित सीबीआई मुख्यालय में दिनभर चली पूछताछ के बाद एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई द्वारा कोठारी और उनके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद लगातार चौथे दिन उनसे पूछताछ की गई और उत्तर प्रदेश के कानपुर में उनके आवास और दफ्तरों छापेमारी की गई।
एजेंसी ने रविवार की रात कोठारी, उनकी पत्नी साधना और बेटे राहुल के खिलाफ बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से मिली शिकायत के बाद मामला दर्ज किया। कोठारी रोटोमैक के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक हैं जबकि उनकी पत्नी और बेटे कंपनी के निदेशक हैं।
सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार कोठारी ने बैंक ऑफ इंडिया से 754.77 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा से 456.63 करोड़, इंडियन ओवरसीज बैंक से 771.07 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 458.95 करोड़, इलाहाबाद बैंक से 330.68 करोड़, बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 49.82 करोड़ और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स से 97.47 करोड़ रुपए कर्ज लिए।