नई दिल्ली/चेन्नई। नेशनल हेराल्ड समूह के मुख्य संपादक नीलाभ मिश्र का शनिवार को चेन्नई में निधन हो गया। वे 57 साल के थे। मिश्र को लीवरसिरोसिस रोग होने के कारण चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने सुबह साढ़े सात बजे अंतिम सांस ली।
उनका अंतिम संस्कार चेन्नई में ही अपराह्न साढ़े तीन बजे कर दिया गया कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिश्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मिश्र को ‘संपादकों के संपादक’ और हिम्मत के साथ सच्चाई को सामने लाने वाली शख्सियत करार दिया है।
आउटलुक (हिन्दी) के पूर्व संपादक मिश्र पिछले एक साल से बीमार चल रहे थे। पहले वह दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे। लीवर प्रत्यर्पण के लिए उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मिश्र के परिवार में पत्नी कविता श्रीवास्तव हैं। वह प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं।
सोलह जून 1960 को बिहार के पटना में जन्मे मिश्र ने पटना काॅलेज से बीए (अंग्रेजी आॅनर्स) करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एमए किया। उन्होंने 1984 में नवभारत टाइम्स से पत्रकारिता शुरू की थी और पटना तथा जयपुर संस्करण में कार्य करने के बाद जयपुर के इनाडु समूह से जुड़ गए।
आउटलुक हिंदी के प्रकाशन पर वह दिल्ली आ गए और बाद में उसके संपादक बने। इसके बाद वह नेशनल हेराल्ड अखबार समूह के संपादक नियुक्त हुए। वह हिंदी और अंग्रेजी दोनों में लिखते थे। इसके अलावा उन्होंने हिंदी में महत्वपूर्ण आलोचनाएं भी लिखीं। वह देश में मानवाधिकार आंदोलन तथा कई सामाजिक आंदोलन से भी जुड़े थे। साहित्य और संस्कृति में उनकी गहरी रुचि थी।
गांधी के अलावा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी), विभिन्न पत्रकार संगठनों तथा देश के जाने-माने पत्रकारों ने मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है।