लखनऊ। आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को फोन पर धमकी देने के मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल अब तक समाजवादी पार्टी सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का वायस सैंपल (आवाज का नमूना) हासिल नही कर सकी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने मंगलवार को बताया कि मामले की पड़ताल के लिए 14 फरवरी को एसआईटी का गठन किया गया था। पांच सदस्यीय टीम का नेतृत्व बाजारखाला के क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार यादव कर रहे हैं। एसआइटी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के आवाज का नमूना लेकर जांच की प्रक्रिया को आगे बढाएगी।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि न्यायालय के आदेशानुसार एसआईटी यादव का वायस सैंपल लेने का प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि इस मामले में हालांकि सपा संरक्षक पूर्व में की गई पूछताछ में स्वीकार कर चुके हैं कि उन्होंने पुलिस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को किसी नेता की हैसियत से नहीं बल्कि बुजुर्ग होने के नाते डांट लगाई थी और इसका धमकी देने से कोई नाता नहीं है।
गौरतलब है कि पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ ठाकुर ने हजरतगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करायी थी जिसमे कहा गया था कि 10 जुलाई 2015 को सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने उन्हें फोन पर धमकी दी थी। मामले की विवेचना हजरतगंज के क्षेत्राधिकारी कर रहे थे। इस मामले में 20 अगस्त, 2016 को न्यायालय ने पुलिस को मुलायम सिंह यादव के आवाज का नमूना लेने के निर्देश दिए थे।