अगरतला। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने बुधवार को पत्नी पांचाली भट्टाचार्य के साथ अपना सरकारी आवास छोड़कर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय को अपना नया शियाना बना लिया।
माकपा के राज्य इकाई के सचिव बिजनधर ने कहा कि चार बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे सरकार धनपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीत गए लेकिन उन्होंने विधायक होस्टल की बजाय पार्टी कार्यालय की ऊपरी मंजिल के दो कमरों को अपना निवास बनाना बेहतर समझा।
धर ने कहा कि मणिक सरकार काफी पहले ही अपनी पैतृक संपति अपनी बहन के नाम कर चुके हैं। उनके पास केवल 12 लाख की चल और 21 लाख की अचल संपति है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय में केवल न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध हैं जो मणिक सरकार को पसंद हैं।
शहर में सगे संबंधियों के होने के बावजूद उन्होंने पार्टी को ज्यादा योगदान देने के लिए यहां रहने पार्टी कार्यालय को चुना। किसी मार्क्सवादी नेता के लिए यह अपवाद नहीं है। हमारे ज्यादातर नेता इसी तरह जीवन शैली को अपनाए हुए हैं।
नव नियुक्त मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देब ने कहा है कि मणिक सरकार और अन्य गणमान्यों को अच्छा सरकारी आवास मुहैया कराया जाएगा। हालांकि मणिक सरकार ने इस विषय पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।