SABGURU NEWS | महोबा उत्तर प्रदेश के महोबा में ओला वृष्टि से चोपट हुई फसल का मुआवजा नही मिलने से क्षुब्ध एक और किसान ने रात में आत्मदाह कर जान दे दी। पिछले 24 घंटों में गांव के दूसरे किसान ने आत्महत्या की है।
पुलिस उप अधीक्षक जितेंद्र दुबे ने बताया कि महोबा में सदर कोतवाली के करहरा कलां गांव निवासी किसान राजबहादुर श्रीवास(42) पांच बीघा जमीन का काश्तकार था। उसने 20 बीघा जमीन गांव के अन्य लोगों से बंटाई पर लेकर खेती की थी। एक माह पहले हुई भीषण ओला वृष्टि में राजबहादुर की अपनी फसल आर साथ ही बटाई पर लिए गए दूसरे के खेतों में बुआई से लेकर खाद बीज आदि की व्यवस्था करने केे लिये उसे ब्याज पर रकम लेनी पड़ी। इससे उसे गहरी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा था। आर्थिक तंगी के कारण उसे इन दिनों परिवार का पेट पालना भी मुश्किल हो रहा था।
उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी सुधा ने बताया कि ओला वृष्टि से पीड़ित किसानों को राहत प्रदान करने के लिए शासन द्वारा मुआवजा वितरित किए जाने से उसकी मुसीबते कम होने की उम्मीद जगी थी। मृतक ने मुआवजे के लिए पिछले कई दिनों तक तहसील के चक्कर लगाये लेकिन हर रोज खाली हाथ वापस लौटने से उसका धैर्य जवाब दे गया और उसने देर शाम शरीर पर केरोसिन छिड़क आग लगा ली। घटना के समय वह घर में अकेला था।
श्री दुबे ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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अपर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि मुआवजा वितरण में गड़बड़ी की संभावना को लेकर जांच शुरू कराई गई है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए है।
गौरतलब है कि इसी गांव में एक दिन पहले किसान ठाकुरदास अहिरवार (45) ने भी मुआवजा नहीं मिलने से परेशान होकर शरीर को आग लगा कर आत्महत्या कर ली थी।