जयपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री अनिता भदेल ने मंगलवार को केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर उत्तर पश्चिम रेल्वे जयपुर के विभिन्न मण्डलों में कार्यरत 324 सब्स्टीट्यूट खलासियों की समस्याओं के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि गैर रेल संस्थाओं से अप्रेन्टिसशिप करने वालों को अवसर नहीं देने के लिए रेलवे प्राधिकारी उत्तरदायी है। इसके लिए उक्त 324 कार्मिकों को दण्डित कर सेवामुक्त किया जाना न्यायपूर्ण नहीं है।
सभी कार्मिक रेलवे सेवा में समायोजन के समय रेलवे भर्ती नियमों के अनुसार संबंधित पदों के लिए निर्धारित योग्यता रखते थे और रेलवे संस्थापन मेन्यूवल के बिन्दु संख्या 1501 से 1516 के अनुरूप समुचित स्क्रीनिंग प्रक्रिया अपनाई जाकर समायोजन किया गया। उक्त कार्मिक 40 से 50 वर्ष आयु में हैं। अतः वैकल्पिक रोजगार पाने में भी असमर्थ है।
उन्होंने उक्त कार्मिकों को रेलवे में निरन्तर रखे जाने बाबत नए सिरे से नीति निर्धारण करने का अनुरोध किया साथ ही अजमेर रेलवे मण्डल के विकास के संबंध में चर्चा की। रेलवे डेवलपमेन्ट आॅर्थिरिटी ने हजारीबाग प्रोपर्टी को रेजिडेन्सल प्रोपर्टी में विकसित करने के लिए पीयूष गोयल का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।
भदेल ने केन्द्रीय श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार से भी मुलाकात की और बीडी़ श्रमिकों के लिए आवास निर्माण हेतू निर्धारित प्रपत्र को हिन्दी में प्रकाशित करवाने का आग्रह किया।