कोलंबो। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने माना है कि निदहास ट्राफी ट्वंटी 20 टूर्नामेंट के शुक्रवार को हुए मैच में श्रीलंकाई टीम के खिलाफ बांग्लादेशी खिलाड़ियों का व्यवहार आपत्तिजनक था।
कोलंबो के अार प्रेमदासा स्टेडियम में हो रही निदहास ट्राफी के शुक्रवार को हुए आखिरी नॉकआउट मैच के दौरान मेजबान श्रीलंका और बांग्लादेशी टीम के खिलाड़ियों के बीच जमकर बहस हो गई थी।
बांग्लादेशी टीम ने यह मैच दो विकेट से जीता और वह फाइनल में पहुंच गई। लेकिन इस दौरान उसके खिलाड़ियों ने मैदान पर नागिन डांस करने से लेकर विपक्षी टीम के खिलाड़ियों के साथ तीखी बहस करने तक सब किया जिसके लिए उसके खिलाड़ियों नुरूल हसन और कप्तान शाकिब अल हसन पर जुर्माना भी लगाया गया है।
बीसीबी ने माना कि उसके खिलाड़यों का व्यवहार अनुकूल नहीं था तथा उसने आगे अपने खिलाड़ियों को खेल भावना बनाए रखने के लिए हिदायत भी दी है।
बीसीबी ने जारी अपने बयान में कहा कि बोर्ड मानता है कि बांग्लादेश टीम का कई मायनों में खेल के मैदान पर व्यवहार स्वीकार्य नहीं था। यह मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम था ऐसे में अति उत्साह में यह घटना हुई क्योंकि खिलाड़ी बहुत दबाव में थे। बोर्ड लेकिन मानता है कि खिलाड़ियों को दबाव की स्थिति में पेशेवर रवैया अपनाना चाहिए जो मैदान पर इस मैच के दौरान नहीं दिखाया गया।
बोर्ड ने कहा कि बांग्लादेश टीम सदस्यों को उनकी जिम्मेदारियों के लिए समझाया गया है तथा खेल भावना को बनाए रखने की हिदायत दी गई है।