सोनीपत। हरियाणा में सोनीपत के राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक पेंट फैक्टरी में रविवार को शार्ट-सर्किट से लगी भयानक आग में तीन कर्मचारी जिंदा जल गए और अन्य दो का अभी कोई पता नहीं चल सका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी गुलशन माटा राई औद्योगिक क्षेत्र में रियल पेंट के नाम से फैक्टरी चलाते हैं। फैक्टरी में सुबह शार्ट-सर्किट के कारण भीषण आग लग गई। फैक्टरी में रात को करीब 20 कर्मी सो रहे थे। जिसमें से 15 ने छत से कूदकर जान बचाई। आग की चपेट में आने एवं नीचे कूदने के दौरान 12 कर्मी चोटिल हो गए।
आग की सूचना मिलने पर दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू न पाने पर बाद में सोनीपत, गोहाना, गन्नौर, पानीपत, समालखा, रोहतक एवं दिल्ली के नरेला से दमकल की 17 गाडिय़ों को मौके पर भेजा गया। जिन्होंने करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद धधकती आग पर काबू पाया। हालांकि शाम तक फैक्टरी से धुआं उठता रहा। आग से पेंट फैक्टरी पूरी तरह से जल खाक हो गई। फैक्टरी के मलबे में से तीन शवों के अवशेष मिले गये हैं जबकि दो का अभी तक कोई सुराग नहीं हैं।
हादसे में बिहार के मुजफ्फरपुर के गांव मेठी वासी राकेश कुमार, उत्तर प्रदेश के ओरैया निवासी गार्ड रामकुमार एवं उसकी पत्नी शकुंतला, मुजफ्फरपुर निवासी जालंधर सिंह, चंदनराम, गुरदेव, कुंदन सिंह, हरिंद्र, संजीत झुलस गए।
झुलसे हुए लोगों में से संजीत, कुंदन, हरिंद्र को पीजीआई, रोहतक भेजा गया है। गुुरदेव को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं हादसे में सुशील, दिलीप, वीरराम, धर्मबीर को हल्की चोट आयी है।
हादसे में मूलरूप से उत्तराखंड निवासी बीर सिंह, उसकी पत्नी एवं पांच साल का बच्चा अभय, बिहार के मुजफ्फरपुर के गांव घोसरमा निवासी विरेंद्र राम एवं उनके गांव के ही रणधीर झा लापता है। इनमें से तीन के शवों के अवशेष बरामद किए गए हैं। जिनकी शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। दो के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पुलिस ने इस मामले में फैक्टरी कर्मी राजेश के बयान पर मालिक गुलशन माटा, उनके बेटे अभिषेक माटा, प्रबंधक एवं तीन सुपरवाइजर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।