अजमेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह में चादर पेश की गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी चादर लेकर दरगाह शरीफ पहुंचे।
नकवी ने प्रधानमंत्री की चादर तथा अकीदत के फूल पेश करते हुए देश एवं विश्व में शांति, भाईचारा, अमन और चैन और ,खुशहाली की दुआ की। इसी के साथ दरगाह शरीफ के बुलंद दरवाजे पर प्रधानमंत्री की ओर से भेजा गया संदेश भी नकवी ने सुनाया। जिसमें 806वें सालाना उर्स के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भारत सहित पूरे विश्व में उनके अनुयायियों को शुभकामना एवं बधाई दी गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि भारत के बारे में पूरे विश्व में जो कहा जाता है वो शब्दों में बयां नहीं हो सकता बल्कि उसे महसूस किया जा सकता है। उन्होंने हिन्दुस्तान में विभिन्न दर्शनों के मूल में शांति, एकता और सद्भावना को निहित करार देते हुए कहा कि सूफीवाद भी उनमें से एक है।
माेदी ने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज सूफी संतों की आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक है। उनके द्वारा की गई मानवता की सेवा आगामी पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि महान संत के उर्स मौके पर चादर भेजते हुए मुझे बेहद खुशी है, मैं उन्हें खिराज-ए-अकीदत पेश करता हूं और सदभावपूर्ण अस्तित्व बना रहे इसकी कामना करता हूं।
नकवी ने भी बुलंद दरवाजे पर जायरीन को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद इस्लाम और इंसानियत दोनों का सबसे बड़ा दुश्मन है। ख्वाजा साहब के शांति व भाईचारे के संदेश से पूरी दुनिया में अमन और इंसानी मूल्यों पर हमला कर रही कुछ मुट्ठी भर शैतानी ताकतों को ख्वाजा गरीब नवाज के सिद्धांतों और संकल्प से परास्त किया जा सकता है। ख्वाजा गरीब नवाज का जीवन हमें सामाजिक सौहार्द और एकता की ताकत को मजबूत करने की प्रेरणा देता है।
नकवी ने कहा कि मोदी सरकार के मूलमंत्र और संकल्प को दोहराते हुए कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबके विकास के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है।