नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को पत्नी हसीन जहां के रोज़ाना आरोपों के बीच गुरूवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से बड़ी राहत मिली और वह फिक्सिंग के आरोपों से मुक्त होने के साथ साथ बोर्ड का ग्रेड बी अनुबंध भी पा गए।
बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति(सीओए) ने बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई(एसीयू) के प्रमुख और पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार को शमी के खिलाफ फिक्सिंग के आरोपों की जांच करने के लिये कहा था। नीरज को इस जांच के लिए सात दिन का समय दिया गया था।
शमी की पत्नी ने आरोप लगाया था कि शमी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे से लाैटने के बाद दुबई में अलीश्बा नाम की पाकिस्तानी महिला से फिक्सिंग के पैसे लिए थे। यह पैसे उन्हें ब्रिटेन में रहने वाले मोहम्मद भाई नाम के व्यक्ति की ओर से दिए गए थे।
नीरज ने सीओए को अपनी गोपनीय रिपोर्ट सौंप दी और इस रिपोर्ट के आधार पर सीओए ने यह निष्कर्ष निकाला कि इस मामले में बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत शमी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है। बीसीसीआई ने इस आधार पर शमी को ग्रेड बी का वार्षिक अनुबंध सौंप दिया है जिसमें उन्हें सालाना तीन करोड़ रूपए मिलेंगे।
शमी के करियर के लिए यह बहुत बड़ी राहत है। यदि वह फिक्सिंग में आरोपी पाए जाते तो उनका करियर चौपट हो सकता है। लेकिन तमाम छानबीन के बाद उनके खिलाफ यह आरोप साबित नहीं हो पाया है। सीओए ने शमी के मामले में एसीयू प्रमुख को अपनी जांच सिर्फ फिक्सिंग तक सीमित रखने के लिए कहा था।
तेज गेंदबाज़ ने खुद भी कहा था कि उन्हें बीसीसीआई पर पूरा भरोसा है और वह चाहते हैं कि बीसीसीआई इस मामले की पूरी जांच करे। इससे पहले भारतीय बोर्ड ने इस बात की पुष्टि की थी कि शमी गत माह 17 और 18 फरवरी को दुबई गए थे लेकिन फिक्सिंग जैसी बात सामने नहीं आई।
शमी को क्लीन चिट मिलने के बाद उनके आईपीएल के 11वें संस्करण में खेलने का रास्ता भी साफ हो गया है। शमी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा है। दिल्ली फ्रेंचाइजी ने हाल में यह मामला सामने आने के बाद कहा था कि शमी के आईपीएल में खेलने का कोई भी फैसला बीसीसीआई की जांच और उसके निर्देशों के बाद किया जाएगा।
क्रिकेटर शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के मामले की जांच कर रही कोलकाता पुलिस ने भी कहा था कि बीसीसीआई ने शमी के दुबई जाने की पुष्टि की थी। शमी की पत्नी ने इस मामले में खुलासा करते हुए कहा था कि शमी दक्षिण अफ्रीका दौरे से ठीक दुबई चले गए थे जहां उन्होंने पाकिस्तानी महिला अलीश्बा के साथ समय बिताया और मोहम्मद भाई नाम के व्यक्ति से मैच फिक्सिंग के पैसे लिए थे।
कोलकाता पुलिस ने भी जांच के सिलसिले में बीसीसीआई से भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान शमी का यात्रा विवरण मांगा था। बीसीसीअाई ने पुष्टि की थी कि शमी 17 और 18 फरवरी को दुबई के एक होटल में रूके थे।
पुलिस ने बीसीसीआई से इस बात की भी पूछताछ की थी कि क्या शमी दक्षिण अफ्रीका दौरे से लौटते समय बाकी खिलाड़ियों के साथ एक ही विमान में थे या वह किसी अन्य विमान से यात्रा कर रहे थे। इसके अलावा इसका भी स्पष्टीकरण मांगा गया था कि दुबई यात्रा उनका आधिकारिक दौरा थी या शमी अपने खर्चे पर वहां गए थे।
पाकिस्तानी महिला ने शमी को किसी तरह से पैसे के लेनदेन की बात भी नकारी थी। वहीं इस मामले में अन्य व्यक्ति मोहम्मद भाई नाम के शख्स की जानकारी से भी इंकार किया था। शमी इस आरोप से तो मुक्त हो गये हैं लेकिन उनपर घरेलू हिंसा, विवाहेत्तर संबंध, उत्पीड़न और बलात्कार जैसे आरोप भी लगे हुए हैं जिनकी जांच जारी है।