लखनऊ। पाकिस्तान से पैसे लेकर देश में गडबडी फैलाने के आरोप में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दस लोगों को धर दबोचा है।
एसटीएफ के महानिरीक्षक असीम अरुण ने रविवार को बताया कि पाकिस्तान से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के जरिये पैसा लेकर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले लोगों की मदद करने के आरोप में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होेंने बताया कि यह गिरफ्तारियां गोरखपुर, लखनऊ, प्रतापगढ और रीवा से हुई हैं। इनके पास से 42 लाख रुपये, काफी संख्या में एटीएम कार्ड, छह स्वैप मशीन, मैगनेटिक कार्ड रीडर, तीन लैपटाप, मोबाइल फोन, एक पिस्टल, काफी संख्या में अलग- अलग बैंकोें की पासबुक औेर चेकबुक बरामद किये गये हैं।
अरुण के अनुसार कुछ दस्तावेज भी मिले हैं, जिन्हें खंगाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारियां कुछ दिन पहले जम्मू में पकड़े गए जासूस दादू और सत्येन्द्र तथा सतना में गिरफ्तार बलराम की निशानदेही पर की गई हैं। उनका दावा है कि इन तीनों को भी पैसा इन्हीं लोगों से मिलता था।
एसटीएफ महानिरीक्षक ने कहा कि इनके तार नेपाल और कतर से भी जुड़े हैं। पूछताछ में इन लोगों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि लश्कर-ए-तैय्यबा का व्यक्ति लाहौर से फोन और इंटरनेट के जरिये इनके सम्पर्क में रहता था। वह फर्जी नाम से एकाउंट खुलवाता था और निर्देशित करता था कि कितना धन किस खाते मेें डालना है। भारतीय एजेंटों को भी कुछ हिस्सा मिल जाता था।
अरुण ने कहा कि पाकिस्तान से सिमबाक्स से अवैध नेटवर्क से फोन करना पाया गया है। उनका कहना था कि जिनके खातों से लेनदेन हुआ है, उन संदिग्ध व्यक्तियों का इतिहास भी खंगाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि खाता खोलने और उसे संचालित करवाने मेें मदद करने वाले बैंककर्मियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में पता चला है कि पाकिस्तान से मिलने वालेे पैसे का लाटरी फ्राड, टेरर फंडिंग और जासूसी में खर्च किया जाता था। लैपटाप और फोनकाल की जांच की जा रही है। कुछ और खुलासे हो सकते हैं।
उनके अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में संजय सरोज (प्रतापगढ,) नीरज मिश्र (प्रतापगढ), साहिल मसीह (लखनऊ), शंकर सिंह (रीवा,मध्यप्रदेश), मुकेश प्रसाद (गोपालगंज, बिहार) मुशर्रफ अंसारी (कुशीनगर), सुशील राय (आजमगढ़), दयानन्द यादव (गोरखपुर), नसीम अहमद (गोरखपुर) और अरशद (गोरखपुर) शामिल हैं।