इस्लामाबाद। नोबल पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तान की मलाला युसूफजई ने कहा है कि वह एक दिन पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं।
तालिबान हमले में घायल होने की घटना के उपरांत पांच साल से अधिक समय बाद पाकिस्तानी आई मलाला ने इस्लामाबाद में मीडिया से कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद स्थायी तौर पर मेरी पाकिस्तान लौटने की योजना है। आखिरकार यह मेरा देश है और मेरे पास भी अन्य पाकिस्तानियों की तरह समान अधिकार है।
ऑक्सफोर्ड की छात्रा मलाला ने कहा कि वह अपनी पढाई पूरी कर लेने के बाद स्वदेश लौट जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सुनिश्चित रूप से पाकिस्तान में 2012 और आज की स्थिति में काफी अंतर है। जनता एकजुट है और बेहतर पाकिस्तान के लिए प्रयास जारी है। लोगों की सक्रियता बहुत अच्छी है।
हालांकि तथ्य यह भी है कि बालिका शिक्षा के लिए ‘ग्लोबल ऑइकान’ के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध मलाला को लेकर पाकिस्तान में ही मतैक्य नहीं है, जहां कुछ रूढ़िवादियों ने उन्हें देश की प्रतिष्ठा धूमिल करने का अभियान चलाने वाली पश्चिमी एजेंट तक करार दिया है।