सबगुरु न्यूज-सिरोही। अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम संशोधित अधिनियम 1989 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए संशोधन के विरोध में सोमवार को बंद के दौरान व्यापारी पर जानलेवा हमले के बाद सिरोही के व्यापारी लामब़द्ध हो गए हैं। सरजावाव दरवाजे में सिरोही व्यापार महासंघ के अध्यक्ष हजारीमल छीपा की अध्यक्षता में हुई बैठक में बंद के दौरान व्यापारी पर हमला करने वालों को गुंडों की संज्ञा देते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए पुरजोर मांग उठी।
व्यापारियों ने गुरुवार सवेरे आठ से 11 बजे तक बाजार बंद रखकर जुलूस के रूप में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने के लिए जाने का निर्णय किया है।
सिरोही जिला मुख्यालय पर सोमवार को बंद के दौरान जिले के विभिन्न इलाकों से आए असामाजिक तत्वों ने राजमाता धर्मशाला मार्ग पर बर्तन व्यापारी जयेश कंसारा का सिर फोड दिया था। इससे व्यापारियों में जबरदस्त रोष है।
इस प्रकरण में सिरोही नगर परिषद के रामलाल परिहार, पार्षद जितेन्द्र खत्री समेत करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ पीडित में मुकदमा दर्ज करवाया है।
व्यापारियों की बैठक में पहुंचे संत भजनाराम ने कहा कि हम लोगों को बंद और बंद करने वालों से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन बंद के दौरान व्यापारी को लहूलुहान करने वाले गुंडों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों को एकजुटता दिखाने का समय आ गया है। बैठक में पार्षद जितेन्द्र खत्री द्वारा अम्बेडकर सेवा समिति के द्वारा आए बंद के समर्थन के पत्र में हजारी मल छीपा के हस्ताक्षर की बात कही। उन्होंने अपना पक्ष और अपनी भूमिका भी रखी।
इसका जवाब देते हुए हजारीमल छीपा ने कहा कि यह पत्र जो व्यक्ति देने आया था उसने पत्र मिलने की पावती देने को कहा था और समिति के पत्र पर उनके जो हस्ताक्षर हैं वह पावती के लिए थे न कि बंद रखने की सहमति के। उनके इस पक्ष को सभी व्यापारियों ने माना।
सुरेश सगरवंशी ने कहा कि इस बंद में व्यापारी से हुई मारपीट के बाद एकजुटता जताने का समय आ गया है। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि इसके लिए गुरुवार को सवेरे आठ बजे से ग्यारह बजे तक सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान नहीं खोलेंगे। इस दौरान एक स्थान पर एकत्रित होकर रैली के रूप में कलक्टरी जाएंगे।
वहां पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने जयेश के साथ मारपीट करने और व्यापारियों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग करेंगे। इस पर सभी व्यापारियों ने सहमति एकराय जताई।
-रात में ही अनुरोध करने का सिलसिला शुरू
व्यापार महासंघ की बैठक में हुए निर्णय पर अमल करने के लिए पदाधिकारियों ने मंगलवार रात से ही शुरूआत कर दी है। बैठक के बाद रात्रि में खुले हुए प्रतिष्ठानों के मालिकों से संपर्क भी शुरू कर दिया।
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