मुुंबई। आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स को दो बार चैंपियन बनाने वाले गौतम गंभीर दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी संभालने के बाद इस फिसड्डी टीम का भाग्य नहीं बदल पा रहे हैं और दिल्ली को उनकी कप्तानी में पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
दिल्ली का आईपीएल-11 में शनिवार को गत चैंपियन मुंबई इंडियन्स के साथ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में मुकाबला होना है। मुंबई की टीम की भी शुरूआत अच्छी नहीं रही है और उसे भी अपने पहले दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है।
दिल्ली को किंग्स इलेवन पंजाब ने छह विकेट से और राजस्थान रॉयल्स ने वर्षा बाधित मुकाबले में 10 रन से हराया है जबकि मुंबई को उद्घाटन मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने एक विकेट से और सनराइजर्स हैदराबाद ने कल अंतिम गेंद पर एक विकेट से हराया।
मुंबई के लिए दोनों मैचों में एक एक विकेट से हार दिल तोड़ने वाली रही है। रोहित शर्मा की टीम तीसरे मैच में अपने घर में दिल्ली की मेजबानी करेगी और उसे उम्मीद रहेगी कि वह एक एक विकेट की हार का गतिरोध तोड़े और जीत हासिल करे।
रोहित की मुंबई के पास हैदराबाद के खिलाफ जीत हासिल करने का शानदार मौका था। लेकिन मुंबई के हाथ से यह शानदार मौका निकल गया। मुंबई ने 147 रन बनाने के बाद हैदराबाद के नौ विकेट 137 रन पर गिरा दिए थे। लेकिन टीम आखिरी विकेट नहीं निकाल पाई। रोहित को इस गतिरोध से बाहर निकलने के लिये टीम को न केवल बल्ले से बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी प्रेरित करना होगा।
दिल्ली को दिग्गज कप्तान गंभीर और दिग्गज कोच आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग का तालमेल प्रेरित नहीं कर पा रहा है। दिल्ली को राजस्थान के खिलाफ वर्षा बाधित मुकाबले में छह ओवर में 71 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन आश्चर्यजनक रूप से गंभीर खुद इस चुनौती का सामना करने ओपनिंग में नहीं उतरे और डगआउट से अपनी टीम को 10 रन से हारता देखते रहे।
अपने पहले दो मैच हार चुकी दिल्ली और मुुंबई की टीमें अपने तीसरे मुकाबले में जीत की पटरी पर लौटने उतरेंगी और जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगी।