नयी दिल्ली | दिल्ली और मुंबई के बीच बनने वाले नये एक्सप्रेस-वे का काम एक महीने में शुरू हो जायेगा जिससे राष्ट्रीय राजधानी और आर्थिक राजधानी के बीच की दूरी तकरीबन 135 किलोमीटर कम हो जायेगी।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज यहाँ एक कार्यक्रम में बताया कि नये एक्सप्रेस-वे पर बड़ौदा-मुंबई खंड के पाँच में से चार पैकेज के लिए ठेके आवंटित किये जा चुके हैं। पाँचवें पैकेज का ठेका एक महीने में आवंटित हो जायेगा। इसके बाद इस खंड पर निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली-बड़ौदा खंड पर भी इसी साल काम शुरू होने की उम्मीद है।श्री गडकरी ने भारतीय बीमा संस्थान (आईआईआई) और भारतीय परिवहन निगम (टीसीआई) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार एक रिपोर्ट की लांचिंग के मौके पर कहा कि दिल्ली-मुंबई के मौजूदा सड़क मार्ग से एक्सप्रेस-वे का रास्ता अलग और छोटा होगा। नया एक्सप्रेस बनने के बाद दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी करीब 135 किलोमीटर कम हो जायेगी और सफर घटकर 11 घंटे का रह जायेगा। इस प्रकार समय में 40 प्रतिशत की बचत होगी। इस पूरे एक्सप्रेस-वे पर कोई चेकपोस्ट नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि नया एक्सप्रेस-वे हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के पिछड़े इलाकों से होकर गुजरेगा। इससे परियोजना की भूमि अधिग्रहण लागत में 16 से 20 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही इसे आर्थिक औद्योगिक गलियारा बनाया जायेगा जिससे आसपास के इलाकों का विकास हो सके।रिपोर्ट में लॉजिस्टिक सेक्टर में बीमा के महत्त्व के बारे में बताया गया है। इसके बारे में श्री गडकरी ने कहा कि सरकार लॉजिस्टिक बीमा को अनिवार्य करने के पक्ष में नहीं है। बीमा कंपनियों को स्वयं ग्राहकों को आकर्षित करने वाले उत्पाद तैयार करने चाहिये। उन्होंने कहा कि बीमा बहुत ज्यादा महँगा नहीं होना चाहिये।