नयी दिल्ली | ट्रैक्टर कारोबार की तीसरी बड़ी कंपनी इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (आईटीएल) ने अपने व्यवसाय की लीक से हटकर देश की जनता में “ आंतरिक बदलाव” को बढावा देने के उद्देश्य से ‘न्यूरोलिंग्यूस्टिकप्रोग्रामिंग’(एनएलपी) के क्षेत्र में कदम रखा है|
कंपनी ने यह कार्यक्रम अपने सामाजिक दायित्व के निर्वहन को तेजी से आगे बढाने के लक्ष्य के साथ शुरु किया है। सोनालिका कार्यक्रम के तहत 21 और 22 अप्रैल को द्वारका के होटल रेडीसन ब्लू में दो दिन की कार्यशाला का आयोजन करने जा रही है। यह कार्यशाला प्रमाणिक प्रशिक्षक डा. दीपक मित्तल और राम वर्मा की देखरेख में आयोजित की जायेगी। इस कड़ी में कंपनी ने 24 और 25 मार्च को पहली कार्यशाला का आयोजन किया था जिसमें 1,400 लोगों ने हिस्सा लिया था। दूसरी कार्यशाला में करीब 2,200 लोगों के भाग लेने की संभावना है।डा. मित्तल जो आईटीएल के प्रबंध निदेशक भी हैं ,ने आज यहां बताया कि कार्यशाला आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य युवकों , बच्चों और सामान्य लोगों में घर कर गई हीन भावना को दूर कर उन्हें तरोताजा करना है जिससे कि वह अपने पेशे और जीवन को बेहतर ढंग से जीने में सफल हो सकें। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण पिछले 35 वर्षों से तेजी से प्रगति कर रहा है और इसे विश्व स्तर पर ख्याति मिली है।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि एनएलपी व्यक्ति की सोच में पैठ कर गई निराशा को दूर कर निजी जीवन के लक्ष्य को हासिल कर बेहतर ढंग से जीवन में आगे बढाने में बहुत ही कारगर सिद्ध हो रही है। यह प्रशिक्षण अमेरिकी प्रौद्योगिकी पर आधारित है और कैलीफोर्निया से इसकी शुरुआत हुई थी।डा़ मित्तल ने बताया कि कंपनी का इस प्रशिक्षण के लिए एक संस्थान खोलने की योजना है। संभवत हरियाणा के गुरुग्राम में इसकी स्थापना की जायेगी और उम्मीद है कि अगले एक वर्ष में यह काम करना शुरु कर देगा। संस्थान पर लागत के संबंध में पूछे जाने पर डा़ मित्तल ने कहा कि फिलहाल अंतिम आंकलन नहीं किया गया है लेकिन 25 करोड़ रुपए तक की लागत का