सम्भल। उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के नखासा क्षेत्र में रुपए के लालची पिता और सौतेली मां का काला कारनामा उजागर हुआ है। इन दोनों ने मिलकर अपनी मासूम बेटियों को बेच डाला था। आठ साल बाद राज तब खुला जब दो बेटियां किसी तरह जान बचाकर संभल लौटीं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पैसों की लालच में सौतेली मां और सगे पिता ने अपनी तीनों बेटियों को राजस्थान में बेच दिया है। पुलिस ने पीड़िता का मंगलवार को चिकित्सीय परीक्षण कराया है। उन्होंने बताया कि इन तीनों बेटियों को तकरीबन आठ साल पहले बेचा गया था। उस वक्त तीनों बेटियां नाबालिग थी। अब उनमें से दो बेटियां मां भी बन गई हैं।
उन्होंने बताया कि बेचे जाने के करीब आठ साल बाद किसी तरह ससुरालियों के चंगुल से निकलकर बड़ी बेटी सम्भल पहुंचीं और स्थानीय लोगों के सहयोग से थाना नखासा मे पुलिस को तहरीर देकर मामला दर्ज कराया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि लगभग आठ साल पहले उसकी मां की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद ट्रक चालक पिता ने दूसरी शादी बनारस से कर ली, जबकि पहली पत्नी भी बनारस की थी। उस समय वह सिर्फ आठ साल की थी। इसके अलावा उसकी तीन और छोटी बहनें और एक भाई था।
पिता की दूसरी शादी के बाद सौतेली मां भाई-बहनों का उत्पीड़न करने लगी। वह उन्हें घर में कैद कर के रखने लगी। पिता की दूसरी शादी के कुछ ही दिन बाद सौतेली मां ने पहले तीन लाख रुपए में साहपुर बयाना राजस्थान निवासी 50 साल के शख्स से उसका निकाह करा बेच दिया।
पीडिता के अनुसार कुछ माह बाद उसकी दो छोटी बहनों को भी सौतेली मां ने राजस्थान के उसी गांव में तीन-तीन लाख रुपए में बेच दिया। आठ साल के दरम्यान सौलह साल की उम्र होते होते उसने चार बच्चों को जन्म दिया, जिसमें से दो की मौत हो गई है। इसी दौरान उसकी छोटी बहन ने भी एक बच्चे को जन्म दिया है। फिलहाल पुलिस ने मामले दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी।