जोधपुर। जोधपुर के मणाई आश्रम में आसाराम के यौन शोषण की शिकार नाबालिग के पिता ने न्यायालय के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि इससे दुराचार करने वालों को कड़ा संदेश मिलेगा।
अनुसूचित जाति जनजाति अधिनयम न्यायालय के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा के आसाराम को उम्र कैद की सजा सुनाने के बाद पीड़िता के पिता से जब मीडिया ने प्रतिक्रिया पूछी तब उन्होंने कहा कि फैसले से दुराचारियाें को यह संदेश मिला है कि किसी की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया तो वह बच नहीं पाएगा।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं अपनी बेटी को न्याय दिला पाया। उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा दिया गया यह फैसला न केवल उनके बल्कि उन गवाहों के प्रति भी न्याय है जिन्होंने बगैर भयभीत हुए सत्य के लिये संघर्ष किया।
पीड़िता के वकील ने अदालत में एक करोड़ रूपए का मुआवजा देने का प्रार्थना पत्र भी दिया है। अदालत ने आसाराम एवं उसके दो सेवादारों को पीड़िता को पांच लाख रूपए देने का भी आदेश दिया है।