नई दिल्ली। अपनी टीम के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेकर कप्तानी छोड़ने वाले गौतम गंभीर को उनके फैसले के 48 घंटे बाद ही दिल्ली डेयरडेविल्स की अंतिम एकादश से भी बाहर कर दिया गया।
गंभीर को कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ शुक्रवार के आईपीएल मैच में अंतिम एकादश में नहीं रखा गया और उनकी जगह कोलिन मुनरो को टीम में जगह दी गई। गंभीर की कप्तानी में दिल्ली को पहले छह मैचों में से पांच में हार का सामना करना पड़ा था। अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला मैदान में किंग्स इलेवन पंजाब से पहला मैच हारने के अगले दिन ही गंभीर ने संवाददाता सम्मेलन में कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी।
अपनी कप्तानी में कोलकाता टीम को दो बार चैंपियन बनाने वाले गंभीर को दिल्ली ने उनकी पुरानी टीम के खिलाफ खेलने का मौका नहीं दिया। गंभीर का इस टूर्नामेंट में बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा था और वह छह मैचों में 17.00 के मामूली औसत से 85 रन ही बना पाए थे।
गंभीर ने जब कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी तब उन्होंने कहा था कि उन पर फ्रैंचाइज़ी का कोई दबाव नहीं था और दिल्ली टीम के सीईओ हेमंत दुआ ने भी कहा था कि गंभीर टीम का हिस्सा बने रहेंगे और नए कप्तान श्रेयस अय्यर का मार्गदर्शन करेंगे लेकिन कोलकाता के खिलाफ मैच शुरू होने से पहले उनका नाम एकादश से नदारद था जिसके बाद गंभीर के आईपीएल में भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।