केदारनाथधाम। उत्तराखण्ड में विद्यमान भगवान शंकर के 11वें ज्योतिर्लिंग पंचमुखी श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट आज हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ श्रद्वालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
इस मौके पर प्रदेश के राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल की उपस्थिति में मंदिर के प्रधान रावल ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ परम्परागत पूजा-अर्चना की।
सुबह लगभग चार बजे मंदिर की साफ-सफाई के बाद बाबा केदार की पंचमुखी मूर्ति को स्थापित किया गया। मुख्य रावल भीमाशंकर रावल और अन्य पुजारियों ने परम्परागत जल अभिषेक और रुद्र अभिषेक किया।
इसके बाद छह बजकर 15 मिनट पर मंदिर के कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिए गए। मंदिर को बिल्व और आम्र पत्रों तथा गेंदे के पुष्पों की मालाओं से भव्य तरीके से सजाया गया है।
वर्ष 2013 में आई प्राकृतिक आपदा के बाद पहली बार यहां लगभग पांच हजार श्रद्धालू कपाट खुलने के साक्षी बने हैं। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने भी अपराह्न में मंदिर आकर पूजा-अर्चना की।
श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि पहले दिन के दर्शन का खास महत्व है। केदारनाथ धाम समुद्रतल से लगभग तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर है। केदारनाथ को 12 ज्योतिर्लिंगों में पांचवें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है, केदारनाथ में स्थित शिवलिंग स्वयंभू हैं, केदारनाथ धाम के कपाट कपाट छह महीने बंद रहते हैं और छह महीने के लिए खोले जाते हैं।