सेंथेमाराहल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुये उन्हें कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार की उपलब्धियों पर बिना कागज के 15 मिनट बोल कर दिखाने की चुनौती दी है।
मोदी ने मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गांधी को चुनौती दी कि वह हिंदी, अंग्रेजी या अपनी मां की मातृभाषा में 15 मिनट कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों पर बिना कागज पढ़े बोलकर दिखायें। कर्नाटक की जनता खुद ही फैसला कर लेगी।
उल्लेखनीय है कि गांधी ने पिछले दिनाें प्रधानमंत्री पर हमले बोलते हुए कहा था कि यदि संसद में उन्हें 15 मिनट बोलने का मौका दिया जाए तो मोदी उनके सामने खड़े नहीं रह पाएंगे। वह राफेल सौदे, नीरव मोदी जैसे मुद्दे पर बोलेंगे।
मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि गांधी के लिए 15 मिनट बोलना ही बड़ी बात होगी। उन्होंने कहा कि गांधी कहते हैं कि वह बोलेंगे तो मोदी बैठ नहीं पाएंगे। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ‘नामदार’ हैं उनके सामने हम जैसे ‘कामदार’ कैसे बैठ सकते हैं। हम तो अच्छे कपड़े भी नहीं पहनते आपके सामने कैसे बैठ पाएंगे।
राज्य में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की हवा नहीं आंधी चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सभी को सुशासन देगी और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाएगी।
कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिशा निर्देश में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2009 तक हर गांव को बिजली पहुंचाने का वादा किया था लेकिन यह काम पिछले 28 अप्रेल को उनकी सरकार ने पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश और कर्नाटक के विकास का बीड़ा उठाया है। सत्ता में आने के बाद उन्होंने शेष बचे 18,000 गांव में बिजली पहुंचाने का बीड़ा उठाया था और आजादी के बाद पहली बार देश के आखिरी गांव में बिजली पहुंचाने का काम उनकी सरकार ने पूरा कर दिया है।
यह काम 28 अप्रैल को मणिपुर में पूरा हुआ और यह तारीख इतिहास में दर्ज हो गई है। अब उनका लक्ष्य हर घर तक बिजली पहुंचाना है और यह काम भी उनकी सरकार समय पर पूरा कर लेगी।