नई दिल्ली। युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत (69) और कप्तान श्रेयस अय्यर (50) की तूफानी पारियों तथा उनके बीच मात्र 43 गेंदों पर 92 रन की जबरदस्त साझेदारी से दिल्ली डेयरडेविल्स ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल 11 के वर्षा बाधित रोमांचक मुकाबले में बुधवार को डकवर्थ लुइस नियम के तहत चार रन से उम्मीदें बढ़ाने वाली जीत हासिल कर ली।
दिल्ली ने 18 ओवर के कर दिए गए मुकाबले में 17.1 ओवर में छह विकेट पर 196 रन का मजबूत स्कोर बनाया लेकिन फिर बारिश आने के कारण खेल रोक दिया गया और बारिश थमने के बाद राजस्थान को 12 ओवर में 151 रन का संशोधित लक्ष्य दिया गया।
राजस्थान की टीम छह ओवर में 79 रन की शानदार शुरुआत के बाद उसे कायम नहीं रख सकी और पांच विकेट पर 146 रन ही बना सकी।
दिलचस्प बात है कि राजस्थान ने अपने घरेलू मैदान में दिल्ली को वर्षा बाधित मुकाबले में 10 रन से हराया था और अब दिल्ली ने भी वर्षा बाधित मुकाबले में जीत हासिल कर उस हार का बदला चुका लिया। दिल्ली की नौ मैचों में यह तीसरी जीत है जिससे उसकी उम्मीदें बनी हुई हैं जबकि राजस्थान की आठ मैचों में यह पांचवीं हार है।
राजस्थान के लिए इंग्लैंड के जोस बटलर ने मात्र 18 गेंदों में अर्धशतक ठोकते हुए कुल 26 गेंदों में चार चौकों और सात छक्कों की मदद से 67 रन की तूफानी पारी खेली लेकिन लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने जैसे ही उन्हें स्टंप कराया राजस्थान की उम्मीदों को गहरा झटका लगा।
राजस्थान का पहला विकेट 82 के स्कोर पर गिरा और फिर 118 रन तक जाते जाते उसके चार विकेट गिर गए। डी आरसी शार्ट ने 25 गेंदों में 44 रन बनाये जबकि संजू सैमसन तीन और बेन स्टोक्स एक रन बनाकर आउट हो गए।
राजस्थान को अब 12 गेंदों में जीत के लिए 30 रन चाहिए थे और आखिरी ओवर में लक्ष्य 15 रन रह गया। राहुल त्रिपाठी रन आउट हुए और दिल्ली की जीत सुनिश्चित हो गयी। कृष्णप्पा गौतम ने पांचवीं गेंद पर चौका मारा लेकिन ट्रेंट बोल्ट ने अंतिम गेंद पर राजस्थान को जीत से वंचित कर दिया। बोल्ट ने 26 रन पर दो विकेट लिए।
इससे पहले पंत ने मात्र 29 गेंदों पर 69 रन की पारी में सात चौके और पांच छक्के लगाए जबकि अय्यर ने 50 रन 35 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से बनाये। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 43 गेंदों में 92 रन की साझेदारी की। युवा ओपनर पृथ्वी शॉ ने 25 गेंदों पर 47 रन की तेज तर्रार पारी में चार चौके और चार छक्के लगाए।
मैच शाम की आंधी और फिर बारिश के के कारण डेढ़ घंटे विलम्ब से शुरू हुआ लेकिन ओवरों की संख्या में मात्र दो-दो ओवर की ही कटौती की गई और मैच 18-18 ओवर का कर दिया गया । लेकिन दिल्ली की पारी में 17.1 ओवर के बाद फिर बारिश आई और खेल रुक गया। दूसरी बाधा के बाद लक्ष्य फिर बदला गया।
राजस्थान की टीम इससे पहले टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला कर चुकी थी। दिल्ली की शुरुआत खराब रही और उसने पहले ओवर की चौथी ही गेंद पर कोलिन मुनरो को गंवा दिया। मुनरो अपना खाता नहीं खोल सके और तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने उन्हें विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच करा दिया।
दिल्ली को इस झटके से युवा ओपनर पृथ्वी शॉ और कप्तान श्रेयस अय्यर ने दूसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी कर उबारा। दोनों ने इस दौरान कई बेहतरीन शॉट लगाए। दिल्ली के 50 रन 5.2 ओवर में पूरे हो गए। पृथ्वी ने इस मैदान पर लगातार दूसरे मैच में अच्छा प्रदर्शन किया।
18 वर्षीय पृथ्वी ने कोटला मैदान पर पिछले मुकाबले में कोलकाता के खिलाफ 62 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। वह अपने अर्धशतक से मात्र तीन रन दूर थे कि इस मैच के लिए राजस्थान की टीम में शामिल किये गए लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल ने उन्हेंअपनी ही गेंद पर लपक लिया। पृथ्वी ने मात्र 25 गेंदों पर 47 रन की तेज तर्रार पारी में चार चौके और चार छक्के लगाए।
पृथ्वी का विकेट गिरने के बाद कप्तान श्रेयस ने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के साथ ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए राजस्थान के गेंदबाजी की बखिया उधेड़ दी। दिल्ली के 100 रन 10.1 ओवर में पूरे हुए जबकि अगले 50 रन मात्र 3.1 ओवर में ठोक दिए गए।
पंत ने तूफानी अंदाज में खेलते हुए अपने 50 रन 23 गेंदों में सात चौकों और तीन छक्कों की मदद से पूरे किये जबकि अय्यर ने ने अपने 50 रन ३४ गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों के सहारे पूरे किए।
राजस्थान को तीसरी सफलता जब हाथ लगी तब तक दिल्ली के खाते में 14.3 ओवर में 166 रन जुड़ चुके थे। अय्यर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद जयदेव उनादकट की गेंद पर आउट हुए। अय्यर ने 35 गेंदों में 50 रन बनाए। अय्यर के आउट होने के कुछ देर बाद पंत भी आउट हो गए।
पंत का विकेट 172 के स्कोर पर 15 वें ओवर की आखिरी गेंद पर गिरा। पंत को भी उनादकट ने आउट किया और उनका कैच बेन स्टोक्स ने लपका। पंत ने मात्र 29 गेंदों पर 69 रन की पारी में सात चौके और पांच छक्के लगाए।
ग्लेन मैक्सवेल पांच और विजय शंकर 17 रन बनाकर आउट हुए। दिल्ली की पारी के 17.1 ओवर पूरे हुए थे कि फिर बारिश आने के कारण खेल रोक दिया गया और पिच पर कवर लगा दिए गए। उनादकट ने विजय शंकर का भी विकेट लिया और चार ओवर में 46 रन पर तीन विकेट लिए। धवल कुलकर्णी, जोफ्रा आर्चर और श्रेयस गोपाल को एक-एक विकेट मिला।