जनकपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत एवं नेपाल के बीच सदियों पुराने आर्थिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं जनता के परस्पर संबंधों को मजबूत करने और इनमें तेजी से प्रगति करने का आज संकल्प व्यक्त किया।
नेपाल के तराई क्षेत्र में सुप्रसिद्ध तीर्थ जनकपुर में माता जानकी मंदिर में आयोजित एक समारोह में दोनों नेताओं ने तीर्थयात्रियों के लिए ‘रामायण सर्किट’ का शुभारंभ करने एवंं जनकपुर से अयोध्या के लिए सीधी बससेवा का उद्घाटन करने के मौके पर यह संकल्प व्यक्त किया।
मोदी ने कहा कि सारी दुनिया में तेजी से पर्यटन बढ़ रहा है। दोनों देशों के करोड़ों लोगों को रामायण सर्किट के विकास से लाभ हाेगा। आज इस सर्किट के शुभारंभ के बाद दोनों देश इस पर आगे बढ़ने की योजना बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सदियों से जनकपुर एवं अयोध्या का नाता अटूट एवं अविस्मरणीय रहा है।
इस अवसर पर बस सेवा के शुभारंभ से भविष्य में आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संबंधों को ताकत मिलेगी तथा जनता के बीच संपर्क संबंधों को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने ओली के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आदरणीय भाईसाहब केपी शर्मा ओली काठमांडू से स्वयं यहां आए और मेरे दर्शन का उत्तम प्रबंध किया, इसके लिए वह नेपाल सरकार, प्रांत सरकार, नगर सरकार एवं स्वयं ओली के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में निमित्त मात्र हैं, लेकिन उनका सम्मान हजारों वर्ष की पंरपरा तथा सवा सौ करोड़ भारतीयों का सम्मान है।
ओली ने इस मौके पर कहा कि नेपाल में जानकी जन्मभूमि, पुण्यभूमि, पवित्र पावन भूमि पर मोदी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की जनकपुर यात्रा से दोनों देशों के परंपरा, मैत्री, सांस्कृतिक, धार्मिक, आस्था के संबंध प्रतिबंधित होते हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र रामायण सर्किट में धनुषधाम, जनकपुर एवं बाल्मीकि आश्रम जुड़ेंगे जहां से राम सीता का संपूर्ण जीवन जुड़ा रहा है।
उन्होंने जनकपुर एवं अयोध्या के बीच बस सेवा का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके विकास में कुछ विलंब हुआ है लेकिन 21वीं सदी में अब विलंब नहीं होगा और दोनों देशों के बीच विकास की साझेदारी की गाड़ी अब नहीं रुकेगी।
इससे पहले मोदी एयरइंडिया के विशेष विमान से जनकपुर पहुंचे जहां उनका नेपाल के प्रांत संख्या दो के मुख्यमंत्री एवं नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव पुरी ने उनकी अगवानी की। हवाई अड्डे के पास बड़ी संख्या में स्थानीय लोग श्री मोदी की एक झलक पाने के लिए आतुर थे।
मोदी के जानकी मंदिर पहुंचने पर ओली ने उनका स्वागत किया आैर दोनों नेताओं ने माता जानकी एवं राजा जनक के मंदिरों के दर्शन किए। प्रधानमंत्री ने मंदिर के प्रांगण में कीर्तनमंडली के पास जाकर सीता राम सीता राम .. कीर्तन कर रहे लोगों के साथ थोड़ी देर झांझ भी बजाई। उन्हें पुजारियों ने तिलक लगाया और गुलाबी पगड़ी पहनाई।
मोदी ने आगन्तुक पुस्तिका में टिप्पणी भी अंकित की। बाद में ओली काठमांडू जाने के लिए सीधे हवाई अड्डे रवाना हो गए और मोदी बड़ा बीघा स्थित रंगभूमि पर नागरिक अभिनंदन समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे।