बेंगलूरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येद्दियुरप्पा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि जनता दल सेक्यूलर और कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को बेहद खराब परिस्थितियों में कैद में रखा गया है जहां उन्हें किसी किस्म की आजादी नहीं है।
येद्दियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने पहले संबोधन में खुफिया रिपोर्टाें का हवाला देते हुए कहा कि दोनों दलों के विधायकों को कैद में रखा गया है। उन्हें परिवार के सदस्यों से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं है तथा सभी के मोबाइल फोन भी छीन लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के प्रयास भाजपा को विश्वास मत के दौरान बहुमत हासिल करने से रोेक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल की ओर से दी गई 15 दिनों की समय सीमा के भीतर ही विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर देंगे।
उन्होंने विधायकों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर मतदाताओं को उनके जनादेश के लिए आभार व्यक्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि विधानसभा के सत्र की तिथि तय होने पर विधायकों को अल्पावधि में बुलाया जा सकता है जिसके लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने विपक्षी सदस्यों द्वारा विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के प्रयास किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि संसद में ऐसी कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने पार्टी विधायकों को सरकार का सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए एकजुट रहने की सलाह दी।
येद्दियुरप्पा ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे के मुताबिक किसानों तथा बुनकरों के फसल ऋण को माफ करना उनकी सर्वाेच्च प्राथमिकता होगी तथा इस संबंध में एक-दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा। इसी प्रकार अन्य चुनावी वादों को भी लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी को विधान परिषद या उप चुनावों में हार का सामना नहीं करना चाहिए तथा अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में राज्य की सभी 28 लोकसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूती प्रदान करनी चाहिए।