बेंगलूरु। कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के मौके पर राष्ट्रगान के पूरा होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के सदन से बाहर निकलने पर उनकी कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि उन्होंने राष्ट्रगान का अपमान किया है।
पार्टी ने कहा कि बीएस येद्दियुरप्पा ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने से पहले ही सदन को संबोधित किया और विपक्ष 12 मिनट तक पूरी शांति के साथ उनका संबोधन सुनता रहा। इसके तुरंत बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और सदन से बाहर चले गए।
इसके बाद विशेष सत्र के समापन के अवसर पर राष्ट्रगान के दौरान ही भाजपा के सदस्य और विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष भी सदन से निकलने लगे। कुछ सदस्याें को हालांकि तुरंत महसूस हुआ कि वे राष्ट्रगान के दौरान निकल रहे हैं तो वे अपनी जगह पर रुक गए।
कांग्रेस और जद(एस) के सदस्याें ने अधिकारियों से दोबारा राष्ट्रगान बजाने का अनुरोध किया जिसके बाद दोबारा राष्ट्रगान बजाया गया और सभी विधायकों ने अपने स्थान पर खड़े होकर सम्मान दिखाया।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश के सभी संवैधानिक संस्थानों पर सुनियोजित तरीके से हमला कर रहे हैं। देश में कोई भी संस्थान नहीं बचा है जहां हमले नहीं हो रहे हैं।
मोदी तथा भाजपा का किसी भी संवैधानिक संस्थान के प्रति सम्मान का भाव नहीं है। उन्हें सिर्फ आरएसएस का सम्मान करना आता है और उसी पर भरोसा करते हैं इसीलिए कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही पूरी होने के बाद राष्ट्रगान शुरू होने से पहले ही भाजपा के सदस्य उठकर सदन से बाहर चले गए थे।