अहमदाबाद/गांधीनगर। गुजरात के सनसनीखेज बिटक्वाइन प्रकरण की जांच कर रही सीआईडी-क्राइम ने सोमवार को खुलासा किया कि इस मामले में मूल शिकायतकर्ता और सूरत के बिल्डर शैलेश भट्ट ही पूरे प्रकरण के मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी हैं।
सीआईडी क्राइम के डीजीपी आशीष भाटिया ने पत्रकारों को बताया कि शैलेष भट्ट ने खुद दो लोगों का अपहरण किया था और 131 करोड़ रूपए कीमत के 2256 बिटक्वाइन जबरन ले लिए थे।
ज्ञातव्य है कि भट्ट ने पहले शिकायत दर्ज कराई थी कि अमरेली पुलिस की एलसीबी इकाई के तत्कालीन इंस्पेक्टर अनंत पटेल ने उनके कारोबारी भागीदार किरीट पालडिया के षडयंत्र पर उन्हें गत फरवरी माह में अगवा कर उनसे 12 करोड़ रूपए के बिटक्वाइन जबरन स्थानांतरित करवा लिए थे। इस मामले में पटेल केे अलावा अमरेली के तत्कालीन एसपी जगदीश पटेल और पालडिया तथा कुछ अन्य लोगों को पकड़ा गया था। एक अन्य आरोपी पूर्व विधायक नलिन कोटडिया फरार है और पुलिस उन्हें ढूंढ रही है।
भाटिया ने बताया कि भट्ट ने सतीश कुंभाणी नाम के एक व्यक्ति की ओर से एक साल पहले शुरू की गई आभाषी मुद्रा बिट कनेक्ट में दो करोड़ रूपए का निवेश किया था। यह मुद्रा इस साल जनवरी में विफल हो गई।
इसके बाद कुंभाणी विदेश भाग गया और भट्ट ने पहले उसके सहयोगी पीयूष सावलिया और बाद में धवल मावाणी को अगवा किया। वह इसके लिए नकली आयकर अधिकारी और पुलिस अधिकारी बना था। उसने मावाणी के पास से 131 करोड़ के 2256 बिटक्वाइन के अलावा 11 हजार लाइट क्वाइन भी ले लिए। उसने पीयूष सावलिया से जबरन और पैसे का प्रलोभन देकर एक हलफनामा भी पुलिस को भिजवाया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था।
सीआईडी-क्राइम की सूरत इकाई के पास एक मामला दर्ज किया गया है जिसमें भट्ट को मुख्य तथा उसके दो सहयागियों सह आरोपी बनाया गया है। भट्ट ने करीब 700 बिटक्वाइन अपने पास रखे तथा 500 अपने सहयोगी जिग्नेश मेवालिया और 350-350 किरीट वाला और राजू को दिए।
उसने ही धवल और पीयूष को विदेश भेज दिया था। भट्ट फिलहाल फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। इस मामले में दिलीप कानाणी के पास से करीब 153 बिटक्वाइन बरामद कर लिए गये हैं। उधर, कोटडिया की तलाश में भी सीआईडी-क्राइम की तीन टीमे लगी हैं।