दुबई। मैच फिक्सिंग, सट्टेबाजी, स्पॉट फिक्सिंग और तमाम तरह के भ्रष्टाचारों को लेकर बदनाम हो चुके पाकिस्तान के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की तरफ से लार्ड्स टेस्ट के दौरान स्मार्ट वॉच पहनकर खेलने के लिए फटकार लगाई गई है।
इंग्लैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद पाकिस्तानी गेंदबाज़ हसन अली ने बताया कि आईसीसी ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से स्मार्ट वॉच नहीं पहनने के लिए कहा है ताकि वे मैच फिक्सिंग जैसे आरोपों से बच सकें।
आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने मेहमान टीम के खिलाड़ियों से लार्ड्स में जाकर बात की और उन्होंने खिलाड़ियों को स्मार्ट वॉच नहीं पहनने की हिदायत दी क्योंकि इन घड़ियों में संदेश रिकार्ड करके भेजने से लेकर बातें रिकार्ड करने और फोन करने की सुविधा होती है।
पाकिस्तानी गेंदबाज़ हसन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि किस खिलाड़ी ने मैच के दौरान स्मार्ट वॉच पहनी हुई थी लेकिन हां आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के एक अधिकारी ने हमसे आकर बात की और कहा कि इसे पहनकर खेलने की अनुमति नहीं है।
पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दिन काफी अच्छा खेल दिखाया और इंग्लैंड को 184 रन पर ऑल आउट करने के बाद दिन की समाप्ति तक एक विकेट पर 50 रन बना लिए।
हसन ने कहा कि हमने भरोसा दिया है कि अगली बार स्मार्ट वॉच पहनकर कोई खिलाड़ी नहीं खेलेगा। आईसीसी अपने खिलाड़ियों को तकनीकी उपकरणों को ड्रैसिंग रूम से लेकर मैदान तक ले जाने की अनुमति नहीं देता है। अधिकारियों को भी कुछ खास उपकरण ही ले जाने की अनुमति होती है जो उनके काम से जुड़े हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार दो पाकिस्तानी खिलाड़ी मैच के दौरान स्मॉर्ट वॉच पहनकर खेलने उतरे थे। हालांकि रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया है कि उन्हें इससे कुछ गलत करते देखा गया। यह भी साफ नहीं है कि ये उपकरण फोन से जुड़े थे या नहीं। आईसीसी के लिये मैच फिक्सिंग हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है।
गौरतलब है कि लार्ड्स में ही वर्ष 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ हुए टेस्ट मैच के दौरान पाकिस्तान के सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। तीनों खिलाड़ियों को इसके लिए जेल जाना पड़ा था और उनपर विभिन्न प्रतिबंध लगाए गए थे।