अजमेर। कुछ दिनों पहले अजमेर कलेक्ट्रेट में दो महिलाओं की भिडंत को लेकर सुख्रियों में रहा था। इस दौरान एक पानी से भरे हौद में जा कूदी थी। उसे बचा लिया गया। नया मामला इंसानों नहीं बल्कि बेजुबान जानवर से जुडा है। वह कोई और नहीं बल्कि एक बिल्ली थी। लेकिन टंकी में गिरने के बाद भी उसे बचाया न जा सका।
हुआ यूं था कि शुक्रवार से ही सिटी मजिस्टेट कार्यालय के सामने बने गार्डन के आस पास बैठने वाले स्टांप वैडर्स आदि को हवा के झोंके के साथ आने वाली बदबू से परेशानी होनी लगी। शाम होते होते बदबू इतनी बढ गई की वहां खडे रहना भी मुहाल हो गया। किसी को पता नहीं चल रहा था कि बदबू आखिर आ कहां से रही है।
काफी खोजबीन के बाद पता चला कि समीप ही रखी सिंटेक्स की टंकी से बदबू उठ रही है। टंकी इतनी बडी थी कि उसमें देखा जाना भी संभव न था। शनिवार को भी बदबू का आलम इतना बढ गया कि कोई आस पास भी नहीं ठहर पा रहा था। आखिरकार किसी ने कलेक्ट्रेट की नाजरात शाखा में सूचना की। नाजरात शाखा की ओर से अवकाश के दिन आकर टंकी की खैर खबर ली।
टंकी के भीतर एक बिल्ली मरी पडी थी। टंकी पर ढक्कन नहीं लगा था ऐसे में बिल्ली उसमें गिर गई होगी। बाहर न निकल पाने के कारण उसका भीतर ही दम टूट गया। इस तरह कलेक्ट्रेट में खाली पडी पानी की टंकी ने एक बेजुबान प्राणी की जान ले ली।