नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नागपुर में आयोजित शिविर के समापन समारोह में शामिल होने पर असंतोष व्यक्ति किया और कहा कि उन्हें मुखर्जी से यह उम्मीद नहीं थी।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रानजीतिक सलाहकार रहे पटेल ने कहा कि मुखर्जी देश के राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पहले कांग्रेस के नेता रहे हैं और इसलिए मुखर्जी से उन्हें ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। उन्होंने कहा कि मुझे प्रणव दा से कभी यह अपेक्षा नहीं थी।
इससे पहले मुखर्जी की पुत्री तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की नेता शमिष्ठा मुखर्जी ने भी अपने पिता के आरएसएस के कार्यक्रम में जाने पर असहमति जता चुकी है। शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया कि मुझे उम्मीद है कि मुखर्जी आज की घटना से यह महसूस करेंगे कि भारतीय जनता पार्टी के गंदे ट्रिक किस तरह से काम करते हैं।
आरएसएस को इससे कोई मतलब नहीं है कि आप अपने संबोधन क्या कहेंगे। भाषण वो भूल जाएंगे और तस्वीरें रह जाएंगी जिनका इस्तेमाल वह झूठे बयानों के प्रचार प्रसार के लिए करेंगे। नागपुर जाकर आप भाजपा तथा आरएसएस को मनमाफिक बातें कहने का अवसर दे रहे हैं।
कांग्रेस ने मुखर्जी की यात्रा पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। पार्टी प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने इस संबंध में पत्रकारों के सवालों पर कहा कि कांग्रेस और आरएसएस की विचारधारा में बहुत फर्क है।
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