नागपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि संघ, राष्ट्र तथा समाज के विकास के वास्ते काम कर रहा है और देश के सभी नागरिक उसके अपने हैं।
भागवत ने संघ के साल में एक बार नागपुर में आयोजित सबसे बडे़ प्रशिक्षण वर्ग के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संघ देश और समाज के हितों के लिए काम करता है। उसके लिए कोई अपना और पराया नहीं है। संघ मानता है कि जो भी भारत का नागरिक है वह उसका अपना है।
उन्होंने कहा कि भारत में भाषायी विविधता, मत मतांतर, पंथ, प्रांत, राजनीतिक तथा वैचारिक विविधता रही है और आगे भी रहेगी लेकिन इन सबके बावजूद हम एक हैं। उन्होंने कहा कि संगठन में हमेशा ताकत होती है लेकिन लेकिन जब संगठित ताकत का दुरुपयोग शुरू हाेता है तो वह आसुरी ताकत में बदल जाती है और हमें इस बात का ध्यान रखना है कि देश की हमारी ताक का इस्तेमाल राष्ट्र की समृद्धि के लिए हो।
संघ प्रमुख ने कहा कि संघ का काम देखने के लिए विविध विचारधारा के लोग नागपुर आ चुके हैं। उन्होंने समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का स्वागत करते हुए कहा कि कई विचारधारा के महापुरुष संघ का काम देखने आए हैं और संघ ने उनसे बहुत कुछ सीखा भी है।
उन्होंने कहा कि संघ का गठन 1925 में हुआ था और तब से इस संगठन ने कई तरह के प्रहार भी झेले हैं। इन प्रहारों के बावजूद संघ ने तरक्की की है। संघ का काम सत्य के पथ पर चलना है और समाज तथा राष्ट्र के विकास के लिए काम करना है। इस काम में संघ को किसी की परवाह नहीं होती है।
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