इंदौर। विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा देश के किसान के श्रम से देश और दुनिया के 700 करोड़ लोगों का पेट भरता है, लेकिन आज हमारे किसान को श्रम के बदले मौत मिल रहीं हैं।
तोगडिया यहां पत्रकारो से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि किसान द्वारा की जा रही आत्महत्या और मंदसौर गोली चालन में किसानों की मौत के आंकड़े भारतीय जनता पार्टी नित केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार के विकास के दावों पर प्रश्न उठाते हैं।
उन्होंने कहा भारी भरकम कर्ज तले दबे देश के किसान को आपने फसल का डेढ़ गुना दाम देने का वादा कर वोट लिया और आज महज 6 फीसदी किसान को ही उसकी फसल का डेढ गुना दाम देने में वे सफल रहे। ये कैसा विकास है।
तोगडिया ने मौजूदा केंद्र सरकार पर देश की जनता के साथ छलावा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में भारत का जनमत भव्य राम मंदिर निर्माण, कश्मीरी पंडितों के विस्थापन का वादा, धारा 370 को हटाने का वादा, दुश्मन देश से एक के बदले दस सिर लाने के वचन, हर वर्ष 1 करोड़ युवाओं को रोजगार, महंगाई नियंत्रण, कृषि-आर्थिक-सामाजिक विकास जैसे विभिन्न मुद्दों पर भाजपा की वचनबद्धता के साथ दिया था।
आशान्वित भारतीयों ने पूर्ण बहुमत से एक मजबूत सरकार देश को दी थी, लेकिन आज मौजूदा सर्वोच्च नेतृत्व नीति के कारण सरकार अपने वादों के अनुसार एक भी काम करने में सफल नहीं हुई हैं।
अलग-थलग पड़े हिन्दूवादी नेता तोगाडिया ने आज नए राजनीतिक समीकरण के संकेत देते हुए कहा 2019 में केंद्र में किसानों और हिन्दुओं की सरकार स्थापित करने के लिए उन्होंने प्रयास शुरू कर दिए हैं। हालांकि उन्होंने इस संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी और कहा कि वे आगामी 24 जून को दिल्ली में अपने नए संगठन की घोषणा करते हुए अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे।
तोगडिया आज मन्दसौर में आयोजित किसान आंदोलन में शामिल होने इंदौर पहुचे थे। मन्दसौर जाने के पूर्व उन्होंने यहां हिन्दू हेल्पलाइन के बैनर तले आयोजित प्रेस-वार्ता में भाग लिया।