लखनऊ। सेवईयों का त्योहार ईद को बीते पूरा एक दिन हो चुका है मगर चुनावी साल में राजधानी लखनऊ के व्यस्ततम चौराहे हजरतगंज पर लगा एक पोस्टर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी की नई नवेली मित्रता की मिठास का संदेश नवाब नगरी समेत पूरे प्रदेश को दे रहा है।
पाेस्टर में सपा अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती साथ साथ हैं जो मुस्लिम भाइयों काे ईद की मुबारकबाद पेश कर रहे हैं। सपा के चुनावी झंडे वाले बैंकग्राउंड पर उकेरी गयी तस्वीर से बसपा प्रमुख को भले ही एतराज न हो मगर कुछ अरसा पहले तक एक दूसरे के धुर विराेधी दलों के मुखियाओं की साझा तस्वीर भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के दिलों पर सांप लुटाने के लिए काफी है।
गौरतलब है कि हाल ही में सम्पन्न उपचुनाव में सपा ने बसपा के समर्थन से तीन सीटों पर भाजपा को पटखनी दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र रह चुके गोरखपुर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के संसदीय क्षेत्र फूलपुर में भाजपा प्रत्याशी काे करारी शिकस्त का सामना करना पडा था जबकि बाद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अति महत्वपूर्ण कैराना सीट पर भी भाजपा को राष्ट्रीय लोकदल के हाथों हार मिली थी।
इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक के चलते उत्तर प्रदेश में बसपा का सूपडा साफ हो गया था जबकि यादव परिवार के बूते सपा को पांच सीटों पर संतोष करना पडा था। कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी जबकि भाजपा को 73 सीटों पर जीत मिली थी।
उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित दोनो पार्टियां गठबंधन कर अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड सकती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हाल ही में सार्वजनिक रूप से बसपा के साथ मिलकर चुनाव लडने की मंशा जता चुके हैं जबकि बसपा सुप्रीमो से भी इस बारे में अनुकूल संकेत मिलने लगे हैं।