रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस परिवारों के विभिन्न मांगों को लेकर कल 25 जून को होने वाले धरना प्रदर्शन को विफल करने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है।
मिली खबरों के मुताबिक सभी जिलों की पुलिस लाइन्स एवं पुलिस कालोनियों के बाहर कल से ही विशेष पहरा बैठा दिया गया है,और वहां आने जाने वालों के नाम रजिस्टरों में दर्ज किए जा रहे है। धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने रायपुर कूच करने वाले परिवारों को हर हाल में रोकने का आला पुलिस अफसरों ने निर्देश दिया है।इसके साथ ही पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई का सिलसिला भी चल रहा है।
राज्य गठन के बाद नक्सल प्रभावित राज्य में पुलिस परिवारों के इस तरह आन्दोलन शुरू करने और उसे व्यापक समर्थन निलने से राज्य सरकार भी हैरान है।इस आन्दोलन की सुगबुगाहट को राज्य का खुफिया तंत्र भी भांप नही पाया और अब इसे दबाने की हो रही कोशिश से यह और भी गंभीर होता जा रहा है।हालांकि आला पुलिस अफसरों का दावा हैं कि 99 प्रतिशत पुलिस कर्मी इससे दूर है।
एक तरफ जहां धरना प्रदर्शन को विफल करने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है,और लगातार कार्रवाई चल रही है वहीं दूसरी ओर कल राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस आन्दोलन को खुला समर्थन देकर मुश्किले बढ़ा दिया है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने राज्य में लगभग 500 पुलिस कर्मियों को बर्खास्त किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही इन सभी को बहाल कर दिया जायेंगा।