मास्को। फुटबॉल के दो महानायकों अर्जेंटीना के लियोनल मैसी और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो की विश्व कप से निराशाजनक विदाई के बीच फ्रांस के 19 साल के किलियन एमबापे नए स्टार के रूप में उभर कर सामने आए हैं।
एमबापे ने 19 साल की उम्र में वो हासिल कर लिया है रोनाल्डो या मैसी विश्व कप में हासिल नहीं कर पाए। एमबापे ने विश्व कप के नॉकऑउट दौर में गोल दागे हैं जबकि रोनाल्डो या मैसी विश्व कप के नॉकऑउट दौर में ऐसा नहीं कर पाए।
एमबापे के दूसरे हाफ में चार मिनट के अंतराल में दो गोलों की मदद से फ्रांस ने अर्जेंटीना को 4-3 से हराया और क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली।
मैसी की अर्जेंटीना को फ्रांस के हाथों और रोनाल्डो की पुर्तगाल को उरुग्वे के हाथों 1-2 से हारकर बाहर हो जाना पड़ा जिससे इन दो दिग्गज फुटबॉलरों का विश्व कप जीतने का सपना टूट गया और इनके राष्ट्रीय टीम के साथ करियर को लेकर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।
एमबापे 1958 में ब्राजील के महान पेले के बाद ऐसे दूसरे युवा खिलाडी बन गए हैं जिन्होंने नॉकऑउट दौर में दो गोल दागे हैं। पेले ने 1958 के वर्ल्ड कप में स्वीडन के खिलाफ फाइनल मैच में दो गोल दागे थे।
फ्रांस के इस युवा स्ट्राइकर की तुलना अभी से ब्राजील के पूर्व फॉरवर्ड रोनाल्डो से की जाने लगी है। एमबापे अब तक तीन गोल कर चुके हैं और उन्होंने फ्रांस को अर्जेंटीना के खिलाफ पहली पेनल्टी भी दिलाई थी।
एमबापे पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियोना रोनाल्डो के बड़े फैन हैं। उन्होंने रियाल मैड्रिड के स्टार को देखते हुए फुटबॉल खेलना शुरू किया था। वह रोनाल्डो के कितने बड़े फैन हैं, इस बात का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि उनके कमरे में स्टार स्ट्राइकर के ढेरों पोस्टर लगे रहते थे।
19 साल के इस फॉरवर्ड ने 2017 में देश की सीनियर टीम के लिए खेलना शुरू किया। अब तक वह 19 मैचों में 7 गोल दाग चुके हैं। यह दिलचस्प बात है कि जब भी उन्होंने गोल दागे फ्रांस नहीं हारा। उन्होंने पांच मैचों में गोल किए हैं, इसमें से सिर्फ एक ड्रॉ रहा, बाकी में फ्रांस ने जीत हासिल की।