नयी दिल्ली । केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली छावनी , जालंधर छावनी और उधमपुर में केन्द्रीय विद्यालय बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय की 18 एकड से अधिक जमीन केन्द्रीय विद्यालय को पट्टे पर देने के निर्णय को आज मंजूरी दे दी।
मंत्रिमंडल ने अरूणाचल प्रदेश के त्वांग में पार्किंग और रिंग रोड बनाने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी)की लगभग 6 एकड भूमि हस्तांतरित करने को भी मंजूरी दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इन निर्णयों से संबंधित प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। दिल्ली छावनी की कंधार लाइंस में केन्द्रीय विद्यालय बनाने के लिए 4 एकड रक्षा भूमि दी गयी है। इस क्षेत्र में केन्द्रीय विद्यालय नम्बर 4 वर्ष 1994 से एक अस्थायी भवन में चल रहा है । इसमें 956 बच्चे पढ रहे हैं। यह जमीन एक रूपये प्रति वर्ष के मामूली किराये पर दी जा रही है।
विद्यालय का स्थायी भवन बनने से सैनिकों , भूतपूर्व सैनिकों और विद्यालय कर्मियों के बच्चों तथा आस पास के आम लोगों के बच्चों को उपयुक्त शैक्षणिक माहौल में जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। जालंधर छावनी में केन्द्रीय विद्यालय वर्ष 1987 से अस्थायी भवन में चल रहा है। इसका स्थायी भवन बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय की साढे सात एकड भूमि एक रूपये प्रति वर्ष के मामूली किराये के साथ पट्टे पर दी जायेगी।
उधमपुर में भी रक्षा मंत्रालय की 7 एकड भूमि केन्द्रीय विद्यालय बनाने के लिए 30 साल के लिए पट्टे पर दी जायेगी। मंत्रिमंडल ने त्वांग में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 5.99 एकड़ भूमि ‘मेगा-फेस्टिवल-कम-मल्टीपरपज ग्राउंड ’ और रिंग रोड के लिए अरुणाचल प्रदेश सरकार को हस्तांतरित करने की मंजूरी दी है। इस का इस्तेमाल विभिन्न पर्यटन उत्सवों और त्योहारों के आयोजन के लिए किया जाएगा।