नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारों के संबंध में सुप्रीमकोर्ट के बुधवार को आए फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस निर्णय के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काे काम नहीं करने देने के बहाने बनाना और भारतीय जनता पार्टी को रोड़े अटकाना बंद कर देना चाहिए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि किसी भी चुनी हुई सरकार का सम्मान अवश्य होना चाहिए और निर्वाचित सरकार को भी जिम्मेदारी के साथ जनता के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी तथा आम आदमी पार्टी के बीच सत्ता के अहंकार का टकराव है लेकिन इसका खामियाजा दिल्ली की जनता काे भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को अब काम करना चाहिए और बहानेबाजी बंद करनी चाहिए। इसी तरह से केंद्र को भी चुनी हुई सरकार को काम करने देना चाहिए और उसके काम में अडंगा नहीं अटकाना चाहिए।
इससे पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि मेरा मानना है कि उच्चतम न्यायालय ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। संविधान की धारा 239 (एए)के अनुसार दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं है और अन्य राज्यों की तुलना में यहां बड़ा अंतर है। दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल यदि मिलकर काम नहीं करेंगे तो इस तरह की दिक्कतें आएंगी। कांग्रेस ने दिल्ली में 15 साल तक शासन किया लेकिन कभी भी टकराव की स्थिति नहीं बनी।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि अब दिल्ली में विकास के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए और आम आदमी पार्टी सरकार को धरना प्रदर्शन करने की बजाय काम करना चाहिए।