पटना। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज कहा कि वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का चेहरा होंगे जबकि राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर राजग चुनावी अखाड़े में उतरेगा क्योंकि देश उनके नेतृत्व में विकास के मार्ग पर आगे बढना चाहता है।
पात्रा ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकसभा चुनाव में बिहार में कुमार राजग का चेहरा होंगे लेकिन राजग में प्रधानमंत्री का चेहरा मोदी का ही है और रहेगा। देश के लोग श्री मोदी के विकास के साथ ही उन्हें आगे देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक प्रधानमंत्री के पद का सवाल है तो मुख्यमंत्री कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह इस दौड़ में शामिल नहीं हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के कई नेता आज बेल (जमानत) पर हैं इसलिये एक तरह से वे बेलगाड़ी की सवारी कर रहे हैं । कांग्रेस की सोनिया गांधी और उनके पुत्र कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बेल पर हैं। उन्होंने कहा कि पांच हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में दोनों बेल पर हैं और उनके साथ-साथ तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम भी इस गाड़ी में बैठे हैं।
पात्रा ने कहा कि चिदंबरम किस्त पर बच रहे हैं। इन नेताओं ने जनता की जेब काटने का काम किया है इसलिये उन्हें जेल भी जाना होगा। उन्होंने कहा कि आज वही लोग महागठबंधन बनाने की बात कर रहे हैं जो बेलगाड़ी पर सवार हैं। बेलगाड़ी पर सवार लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता में ‘आने नहीं देंगे लेकिन गरीब लोग कहते हैं कि उन्हें जाने नहीं देंगे।’
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव वर्षों तक बिहार को गर्त में ले गये। उन्होंने बिहार को विकास की राह से भटका कर पीछे धकेलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यादव को सिर्फ अपने पुत्र से ही मतलब है और पुत्र मोह में बिहार को पीछे धकेल दिया है। जब यादव को न्यायालय ने चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी तो उन्होंने पुत्र मोह में अपने बच्चों के लिये राजनीतिक जमीन तैयार करनी शुरू कर दी । उन्होंने कहा कि परिवारवाद को केन्द्र और बिहार से हटाना होगा।
पात्रा ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अर्थशास्त्री होने के बावजूद अनर्थशास्त्री थे। उनके कार्यकाल में अनर्थशास्त्र बढ़ गया था। उन्होंने कहा कि आचार्य चाणक्य ने कहा था कि एक-एक पैसा जनता का है और उस पैसे को जनता के बीच जाना चाहिए।
मोदी सरकार के कार्यकाल में जनता का पैसा जनता के ही पॉकेट में जा रहा है न कि किसी भ्रष्ट नेता के पॉकेट में। केन्द्र सरकार ने किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में अप्रत्याशित बढ़ोतरी कर एेतिहासिक कदम उठाया है। एमएसपी का मतबल है ‘मैक्सिमम डिपॉजीट फॉर पुअर’ यानी गरीबों के खाते में अधिक से अधिक राशि का जमा होना।