मिदनापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में आम चुनावों का बिगुल फूंकते हुए सोमवार को कहा कि बंगाल के लोगों ने वाम दलों से छुटकारा पाने के लिए लोकतंत्र की ताकत का इस्तेमाल किया था और अब उनके पास फिर समृद्ध भविष्य हासिल करने का अवसर आने वाला है।
मोदी ने कहा कि कुछ ही महीनों में बंगाल मुक्त होने वाला है। बंगाल समृद्ध भविष्य के लिए एक अवसर का इंतजार कर रहा है। मैं बंगाल के लोगों से अनुरोध करता हूं कि एकजुट होकर सोचें और विभाजित न हों।
प्रधानमंत्री ने यहां विशाल किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘वंदे मातरम्’ और ‘राष्ट्र गान’ की धरती है लेकिन ‘सिंडिकेट राज’ अपने वोट बैंक के लिए इसका इस्तेमाल कर रहा है।
बंगाल के लोगों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वह गुजरात से आए हैं लेकिन अब तक उन्होंने ऐसा शिष्टाचार और हिम्मत नहीं देखी है। वह शिष्टाचार के लिए यहां के लोगों के पैर छूना चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि हिम्मत और संकल्प से मजबूत से मजबूत ‘सिंडिकेट’ को जड़ से उखाड़ फेंका जा सकता है। उन्होंने पड़ोसी राज्य त्रिपुरा का उदाहरण देते हुए कहा वहां से प्रोत्साहन लेने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलाेचना करते हुए मोदी ने कहा कि ‘सिंडिकेट कल्चर’ राज्य को भारी क्षति पहुंचा रहा है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर ‘सिंडिकेट कल्चर’ में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पश्चिम बंगाल के सामाजिक ताने-बाने को काफी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार राज्य के लोगों को देश में हो रहे विकास का लाभ नहीं लेने दे रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में अदालतों, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं का कोई सम्मान नहीं किया जा रहा है। ममता बनर्जी सरकार केवल ‘सिंडिकेट’ के हितों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोगों को अपनी प्रत्येक जरूरत के लिए ‘सिंडिकेट’ के इर्द-गिर्द मंडराना पड़ता है।