नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले पार्टी नेता जय प्रकाश सिंह को मंगलवार को बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और समन्वयक के पद से हटा दिया।
मायावती ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बसपा सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, धर्म-निरपेक्ष तथा सर्व-धर्म सम्मान की सोच और नीतियों में विश्वास रखती है। उन्हें जय प्रकाश के उस भाषण के बारे में पता चला है जिसमें उन्होंने सोमवार को लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी की सोच तथा नीतियों के विरूद्ध जाकर विरोधी पार्टियों के सर्वोच्च राष्ट्रीय नेताओं के बारे में काफी कुछ व्यक्तिगत टीका-टिप्पणी करके उनके बारे में अनर्गल बातें कही हैं। ये बातें बसपा की संस्कृति के विरूद्ध है और इनका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। यह उनकी व्यक्तिगत सोच की उपज है।
मायावती ने कहा कि पार्टी ने इसे अति गंभीरता से लेते हुए जय प्रकाश को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा राष्ट्रीय समन्वयक के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उन्होंने पार्टी नेताओं को चेतावनी दी कि है कि वे किसी भी पार्टी के नेताओं, विभिन्न धर्म गुरूओं, संतों और महापुरूषों के बारे में अभद्र एवं अशोभनीय बातें न कहें। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को छोटे-बडे राष्ट्रीय नेताओं एवं उच्च पदों पर बैठे लोगों के व्यक्तिगत मामलों में कतई भी कोई भी टीका-टिप्पणी तथा अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
उन्होंने आगाह किया कि पार्टी के नेता राष्ट्रीय और राज्य के स्तर पर चुनावी गठबंधन के बारे में कोई बयान न दें और यह मामला पार्टी हाई कमान पर छोड दें। उल्लेखनीय है कि जयप्रकाश सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी की मां विदेशी हैं इसलिए वह भारतीय राजनीति में कभी सफल नहीं हो सकते।