इस्लामाबाद। पड़ोसी देश पाकिस्तान में बुधवार को आम चुनाव के लिए मतदान होने वाले हैं और इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के बीच माना जा रहा है।
इसके बाद बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) भी मुकाबले में है लेकिन माना जा रहा है कि पूर्व में सत्ता में रह चुकी पीपीपी चुनाव में कोई खास छाप नहीं छोड़ पाएगी। आतंकवादी सरगना हाफिज सईद के समर्थन वाले दल अल्लाह- हो-अकबर तहरीक वाले उम्मीदवार भी चुनावी जंग में हैं। उसका बेटा और दामाद भी चुनाव मैदान में हैं।
चुनाव प्रचार सोमवार रात थम गया और इसका उल्लंघन करने पर दो साल की कैद अथवा एक लाख रुपये जुर्माना का प्रावधान है। चुनाव प्रचार के दौरान हालांकि कई बार आत्मघाती हमले हुए और जिसमें कई लोग मारे गए। चुनावी रैलियों को लक्ष्य करके भी हमले किए गए।
नवाज अपनी बेटी के साथ जिस दिन स्वदेश पहुंचे थे, उस दिन एक माह का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था। पूर्व प्रधानमंत्री को हवाई अड्डे से हेलिकॉप्टर के जरिए सीधे रावलपिंडी जेल ले जाया गया। भ्रष्टाचार के मामले में शरीफ और उनकी बेटी रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
मरियम के पति कैप्टन (अवकाश प्राप्त) मोहम्मद सफदर को भी एक साल की जेल की सजा सुनायी गयी है। मुख्य चुनाव आयुक्त न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) सरदार मुहम्मद राजा ने लोगों काे आज आश्वासन दिया कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव कराये जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा।
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली की कुल 342 सीटों के लिए मतदान होना है जिनमें से 70 सीटें आरक्षित हैं। नेशनल असेंबली के लिए 3675 और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 8895 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आम चुनावों में दस करोड़ से अधिक कुल 10,59,55,407 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे जिनमें से 5.92 करोड़ पुरुष और 4.67 करोड़ महिला मतदाता हैं।
देश में 20 हजार से अधिक मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। पाकिस्तान के चुनाव में देश की सबसे अधिक आबादी वाला पंजाब प्रांत बेहद अहम है। माना जाता है कि पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए पंजाब की सत्ता पर काबिज होना सबसे जरूरी है।
नेशनल असेंबली की कुल 342 सीटों में से 183 सीटें पंजाब प्रांत में ही हैं। पंजाब प्रांत को नवाज शरीफ की पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार यहां इमरान खान की पीटीआई उसे कड़ी टक्कर देने को तैयार दिख रही है।
पिछले चुनाव में पीएमएल-एन को 170, पीपीपी को 45 और पीटीआई को 33 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इसके अलावा 94 सीटों पर अन्य दलों को जीत मिली थी। अगर सहयोगी दलों की सीटें मिला दें तो पीएमएल-एन के पास नेशनल असेंबली में कुल 189 सीटें थीं।
इस बार, चुनाव में इमरान खान, शाहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो, और हाफिज सईद जैसे दिग्गज चुनाव मैदान में हैं।
इस बीच श्री शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने पाकिस्तानी सेना पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि सेना हर हाल में इमरान खान को ही जिताना चाहती है जिसके लिए मतदाताओं और उम्मीदवारों को डराया धमकाया जा रहा है। सेना ने देश भर में तीन लाख 70 हजार जवानों को तैनात किया है। इसके अलावा चार लाख 50 हजार पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।