डूंगरपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सरकार के हर निर्णय में जनता को शामिल बताते हुए कहा है कि इसके विश्वास और सरकार के प्रयास से अब राजस्थान इतिहास रचेगा।
राजे ने डूंगरपुर जिले के धम्बोला में अपनी गौरव यात्रा के दौरान जनसमूह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि अब राजस्थान इतिहास रचने की तैयारी में है। यह इतिहास जनता के विश्वास और हमारे प्रयासों से नए राजस्थान की रचना के साथ बनेगा क्योंकि सरकार ने हर निर्णय में जनता को शामिल किया है और उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतरी हैं।
उन्होंनेे कहा कि राज्य सरकार ने साढे चार साल में दिन में 18-18 घंटे कार्य कर राजस्थान को यहां तक पहुंचाया है। राजे ने घोषणा की कि क्षेत्र के चिखली-आनन्दपुरी सड़क पर संगमेश्वर में लगभग सौ करोड़ की लागत से हाई लेवल ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। यह ब्रिज बनने के बाद क्षेत्र में पर्यटन का बड़ा आकर्षण केन्द्र एवं क्षेत्र का गौरव साबित होगा। उन्होंने इसका नाम गोविन्द गुरू सेतु रखे जाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्षों से क्षेत्र की जनता की लम्बित मांग को पूरा करते हुए चिखली और झोतरी को पंचायत समिति बना दिया है। श्रीमती राजे ने कहा कि आगामी नौ अगस्त को टीएसपी एवं सहरिया क्षेत्र में विश्व आदिवासी कल्याण दिवस पहली बार धूम धाम और जोरशोर से मनाया जाएगा, जिसमें दिनभर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं एवं आदिवासी खेलों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने जिला कलक्टर को इस दिन स्थानीय अवकाश घोषित करने के भी निर्देश दिए। इस दिन के आयोजन में जिला स्तर पर जनजातीय प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा एवं छात्रावास के बच्चों के लिए खेलकूद की प्रतियोगिताओं, वाद विवाद, नृत्य, रस्साकशी, चित्रकला प्रतियोगिता का आयोेजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह प्रतापगढ में आयोजित किया जाएगा। श्रीमती राजे ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र के 39 ब्लॉक्स में गोविन्द गुरू के नाम से सामुदायिक भवनों का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेवाड़ भील कोर के गठन की घोषणा के तहत 623 पदों पर भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि 21 करोड़ रुपए की लागत से भीखाभाई कैनाल-11 को अगले वर्ष तक पूरा करा दिया जाएगा।
राजे ने कहा कि सरकार ने गत एक अगस्त को आदेश जारी किए हैं जिससे टीएसपी क्षेत्र के सभी बीपीएल परिवारों को 50 यूनिट तक की बिजली निःशुल्क मिलेगी तथा एक अप्रैल से मांगते ही कृषि कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। राजे ने कहा कि राज्य में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी। चार माह में राज्य में 86 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाएगी। राजस्थान आज शिक्षा के मामले में छब्बीस से दूसरे पायदान पर आ गया है और इसे आने वाले समय में पहले स्थान पर लाया जाएगा।