केंद्रपाड़ा। 21वीं सदी में जहां भारतीय विज्ञान एवं तकनीक में विश्व को टक्कर दे रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अंधविश्वास एवं फर्जी बाबाओं की शरण में अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ रहे हैं और ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले से सामने आया है।
मृत बच्चे को जिंदा करने के लिए एक अंधविश्वासी परिवार और कुछ ग्रामीणों ने जेल में बंद स्वयंभू बाबा रामपाल की तस्वीर की पूजा की और भजन गाए।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को बीमारी की वजह से सात वर्षीय महेश सागर प्रधान की मौत हो गई। उसे केंद्रपाड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जिले के महाकालपाड़ा थाने के अंतर्गत आने वाले बालियापाल गांव निवासी एक परिवार के सदस्य कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर रामपाल बाबा की पूजा करने लगे।
उन्होंने बच्चे का अंतिम संस्कार करने की बजाय उसके मृत शरीर को बाबा की तस्वीर के सामने रख दिया और इस विश्वास के साथ भजन गाने लगे कि बाबा की पूजा और दिव्य शक्तियों से बच्चा जीवित हो जाएगा। बाद में बाबा के कुछ अन्य भक्त भी इसमें शामिल हुए।
यह कार्यक्रम शुरु होने के पांच घंटे बाद भी जब कुछ नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने भक्तों के साथ मारपीट की और बाबा की फोटो को तोड़ दिया। इसके बाद परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार किया।