नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 72वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से लगातार पांचवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने इस बार भी बिना बुलेटप्रूफ शीशे वाले मंच पर खड़े होकर भाषण दिया।
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर पगड़ी बांधने की अपनी परंपरा को इस बार भी जारी रखा। मोदी ने इस बार सफेद रंग के पूरी बाजू के कुर्ते के साथ केसरिया रंग की पगड़ी पहनी हुई थी जिसकी किनारी लाल बंधेज की थी। इसके अलावा उन्होंने एक अंगवस्त्र भी पहना था।
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी ने अपने पहले संबोधन के दौरान बांधनी प्रिंट का केसरिया जोधपुरी साफा बांधा था। मोदी ने वर्ष 2015 में अपने संबोधन के दौरान जयपुरी पगड़ी पहनी थी जिसमें हरी और लाल धारियां थीं।
वर्ष 2016 में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री का लाल, गुलाबी और पीले रंग का जोधपुरी पगड़ी भी काफी चर्चा में रही था। मोदी वर्ष 2017 में केसरिया और पीले रंग का पगड़ी पहनकर लाल किले पर तिरंगा फहराने पहुंचे थे।
गौरतलब है कि राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न क्षेत्रों में पगड़ी बांधना प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है।