नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की लगातार तीसरे दिन शनिवार को हुई बैठक में केरल में बाढ की स्थिति तथा राहत और बचाव अभियान की समीक्षा की गई।
कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में केरल के मुख्य सचिव ने भी वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये हिस्सा लिया। बैठक में यह जानकारी दी गई कि राहत और बचाव अभियान में 90 से अधिक विमानों, हेलिकाॅप्टरों तथा 500 से अधिक मोटर बोट के साथ सौ से अधिक टीमों को लगाया गया है। राहत और बचाव टीमें जीवन रक्षक जैकेटों, भोजन के पैकेटों, पानी की बोतलों, दवाई और अन्य जरूरी साजो सामान फंसे हुए लोगों तक पहुंचा रही हैं।
राहत और बचाव अभियान में 67 हेलिकॉप्टर, 24 विमान, 548 मोटर बोट नौसेना, सेना, वायु सेना, तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और केन्द्रीय पुलिस बलों के हजारों बचावकर्मी लगे हुए हैं।
कैबिनेट सचिव ने वायु सेना और नौसेना से पांच और हेलिकॉप्टरों को रविवार को अभियान में शामिल करने को कहा है। अतिरिक्त मोटर बोट को भी तैयार रखने को कहा गया है।
प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न एजेन्सियों ने प्रभावित क्षेत्रों में अब तक भोजन के 3 लाख पैकेट, 6 लाख लीटर दूध, 14 लाख लीटर पेयजल और 150 वाटर प्यूरीफायर किट वितरित किए हैं। ट्रेन के जरिये भी पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोच्चि की नौसेना हवाई पट्टी को 20 अगस्त तक व्यावसायिक उडानों के लिए तैयार किया जाएगा। बैठक में बिजली, पेट्रोल पंपों, एलपीजी और स्वास्थ्य सुविधाओं की बहाली के उपायों पर भी चर्चा की गई।
गृह, स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन, खाद्य प्रसंस्करण, दूरसंचार तथा जल संसाधन मंत्रालयों के सचिवों के अलावा सेना, नौसेना, वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और विभिन्न एजेन्सियों के प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया। समिति की बैठक कल फिर होगी जिसमें ताजा स्थिति की समीक्षा की जाएगी।